बिलासपुर में मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने का झांसा देकर बीएसएनएल अधिकारी से ₹15 लाख की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. अफसर ने अपनी बेटी को MBBS में दाखिला दिलाने के लिए ठगों को पैसे दिए थे. दो साल तक एडमिशन नहीं होने और पैसे नहीं लौटाने पर उन्होंने पुलिस से शिकायत की है. बताया जा रहा है कि ठगों का एक गिरोह है, जो मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन दिलाने के नाम पर देश के कई राज्यों में ठगी करते हैं. पुलिस केस दर्ज कर गिरोह की तलाश कर रही है. मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है.
राजकिशोर नगर स्थित BSNL कॉलोनी निवासी निहार रंजन मलिक (53) BSNL में अफसर हैं. उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी बेटी पल्लवी NEET परीक्षा की तैयारी कर रही थी. साल 2021 में NEET का रिजल्ट आने के बाद उनके पल्लवी के मोबाइल पर गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए मैसेज आया, जिसके बाद अनजान नंबर से फोन भी किया गया. इस दौरान उन्हें बताया गया कि गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेज में सेंट्रल पुल के कोटे पर उनकी बेटी का एडमिशन हो जाएगा, जिसके लिए उन्हें ₹35 लाख देना पड़ेगा. इसके लिए निहार रंजन तैयार हो गए.
फोन करने वाले राजेश दास ने उन्हें बताया कि रायपुर में ब्लूबेरी सर्विस के नाम पर उनका ऑफिस है, जिसका डायरेक्टर कल्पतरू दास है, जो उनका भाई है. ऑफिस का पता मैग्नेटो मॉल के चौथी मंजिल में होने की जानकारी दी, जहां उनका भाई कल्पतरू दास बैठता है. उन्होंने कल्पतरू का नंबर भी दिया. फिर कल्पतरू दास और उसके साथ संजय दास, मयूरी चटर्जी, आदर्श मिश्रा नाम के लोग बिलासपुर आए और बताया कि वे सभी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला दिलाने का काम करते हैं. इस दौरान उन्होंने बतौर एडवांस ₹50 हजार लिए.
BSNL अफसर ने पुलिस को बताया कि इसके बाद उनसे प्रोफेसिंग फीस सहित अलग-अलग बहाने से किश्तों में पैसों की डिमांड की गई. इस दौरान उनसे करीब 15 लाख ₹50 हजार वसूल लिए गए. इसके बाद भी अधिकारी की बेटी का एडमिशन मेडिकल कॉलेज में नहीं हुआ. तब उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे. इस पर जालसाजों ने टालमटोल करना शुरू कर दिया. धोखाधड़ी की जानकारी होने पर अधिकारी ने पूरे मामले की शिकायत सरकंडा थाने में की है. इस पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
ठगों ने BSNL अफसर को झांसा देकर कोलकाता के SBI, रसलूगढ़ के एक्सिस बैंक शाखा सहित कई जगहों के बैंक अकांउट भेजकर किश्तों में पैसे जमा कराए. उन्होंने ज्यादातर पैसों का ऑनालाइन ट्रांजेक्शन किया है, जिसके आधार पर पुलिस ठगों की जानकारी जुटाकर उनकी तलाश कर रही है.
BSNL अफसर ने पुलिस को बताया कि जब उन्हें पैसे नहीं मिले, तब उन्होंने ठग गिरोह की जानकारी जुटाई. तब उन्हें पता चला कि मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन दिलाने वाला गिरोह है, जो देश के कई राज्यों में इस तरह की ठगी करते हैं. इस गिरोह के लोगों ने कई युवाओं व उनके परिजनों से इसी तरह से पैसे वसूल लिए हैं. जिस पर उनके खिलाफ केस दर्ज है.