रेलवे प्रशासन ने इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और ट्रेनों के क्रॉस मूवमेंट की समस्या को दूर करने के लिए बिलासपुर में 10.4 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर बनाया है. इससे ट्रेनों के गतिशील परिचालन (dynamic operations) और तय समय में इसे चलाने में मदद मिलेगी. मंगलवार को रेलवे के सेफ्टी कमिश्नर ने मोटर ट्रॉली से फ्लाईओवर का निरीक्षण किया.
सेफ्टी कमिश्नर ने निर्माण कार्य की सुरक्षा और गुणवत्ता का भी जायजा लिया. उनकी सहमति मिलने के बाद जल्द ही फ्लाईओवर से ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी. बिलासपुर-उसलापुर के बीच बने इस नए विद्युतीकृत आधुनिक खंड का 31 दिसंबर को स्थानीय रेलवे की टीम ने निरीक्षण किया था. इस दौरान कार और लाइट इंजन के साथ स्पीड ट्रायल भी किया जा चुका है.
इस दौरान टीम को जो भी खामियां मिलीं, उसे भी दूर कर लिया गया है. रेलवे के अधिकारियों ने पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद ही सेफ्टी कमिश्नर को निरीक्षण के लिए बुलाया.
बिलासपुर-उसलापुर स्टेशनों के बीच फ्लाईओवर का निरीक्षण करने रेलवे के सेफ्टी कमिश्नर बीके मिश्रा निरीक्षण दल के साथ उसलापुर स्टेशन पर पहुंचे. उसलापुर स्टेशन पर उन्होंने स्टेशन, पैनल रूम और यार्ड को देखा. इसके बाद उसलापुर स्टेशन से मोटर ट्रॉली पर बैठकर वे फ्लाईओवर का निरीक्षण करने निकले.
सेफ्टी कमिश्नर बीके मिश्रा ने पैनल रूम, इंटरलॉकिंग, क्रॉसिंग, पॉइंट, OHE लाइन, कर्व, ब्रिज, सिग्नलिंग उपकरण के साथ ही परिचालन और सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं का बारीकी से जायजा लिया और अधिकारियों से चर्चा की. इसके बाद बिलासपुर से उसलापुर स्टेशन तक फ्लाईओवर का ऑब्जर्वेशन कार से स्पीड ट्रायल किया गया. उनके निरीक्षण के बाद फ्लाईओवर पर ट्रेनों के परिचालन की अनुमति दी जाएगी. जिसके बाद निर्बाध रूप से गाड़ियों का परिचालन शुरू होगा.
फ्लाईओवर से बिलासपुर यार्ड में ट्रेनों के क्रॉस होने की बड़ी परेशानी भी पूरी तरह से खत्म हो जाएगी. सबसे बड़ी उपलब्धि ट्रेनों के परिचालन की स्थिति रहेगी, जिसमें सुधार होगा. वर्तमान में ट्रेनों को कटनी दिशा की ओर जाने में बिलासपुर यार्ड को क्रॉस करना पड़ता है. इसमें काफी समय लगता है.
इसके साथ ही इस समय तक रायपुर से बिलासपुर और बिलासपुर से रायपुर दिशा की ओर आने-जाने वाली ट्रेनों को नियंत्रित भी करना पड़ता है. इसके चलते ट्रेनों की समयबद्धता प्रभावित होती है. इसमें परिचालन शुरू होने के बाद बिलासपुर से कटनी दिशा की ओर जाने वाली सभी ट्रेनें इस मार्ग से अविलंब उसलापुर होते हुए कटनी दिशा की ओर जाने लगेंगी.
इसके साथ ही बिलासपुर-रायपुर दिशा की ट्रेनों को नियंत्रित नहीं करना पड़ेगा, साथ ही उसलापुर स्टेशन पर यात्री सुविधा विकास के साथ ही व्यापारिक गतिविधियों का बेहतर संचालन करने में मदद मिलेगी.