मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी को घेरते हुए बड़ा बयान दिया. उन्होंने शनिवार को कह दिया कि भाजपा के लोगों को छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ियों से तकलीफ है. मुख्यमंत्री हैदराबाद रवाना हो रहे थे इससे पहले मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने यह बयान दिया. भूपेश बघेल ने परिवर्तन यात्रा में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर लगाए जाने का जिक्र करते हुए कहा- इन्हें (भाजपा) छत्तीसगढ़ से तकलीफ है, छत्तीसगढ़ियों से तकलीफ है. महतारी की तस्वीर मजबूरी में लगाए हैं, सीढ़ी चढ़ने की जगह पर तस्वीर लगाई है. ये आदत से बाज नहीं आ रहे हैं. हमेशा छत्तीसगढ़ के लोगों को पैरों तले रौंदते रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा- इनकी मानसिकता नहीं बदलेगी. चोर चोरी से जाए हेरा फेरी से न जाए. अब छत्तीसगढ़ी महतारी की याद आ रही है, कौशल्या माता की याद आ रही है, प्रदेश के लोगों को दबाने का काम, कुचलने का काम किए. बस्तर जाओ तो बस्तर के लोगों को नक्सली समझकर गोली से भूनने का काम यही ये लोग करते रहे हैं.
भाजपा के परिवर्तन यात्रा के रथ पर महतारी की तस्वीर सीढ़ी के पाए के पास लगाने की वजह से शुक्रवार को कांग्रेस ने विरोध भी जताया था. रायपुर में राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा का पुतला जलाया गया था. विधायक विकास उपाध्याय शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे के नेतृत्व मे कार्यकर्ताओ ने कोतवाली चौक के सामने भाजपा नेताओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी.
शुक्रवार को रायपुर आए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अनाज की गड़बड़ी का दावा किया. अधिकारियों से कहा कि केंद्र पूरा धान खरीदता है कोई स्थानीय मंत्री कहे कि स्टेट पैसा देता है तो उस पर केस करें, क्योंकि पूरा पैसा केंद्र देता है. इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा- इनका काम केवल झूठ बोलना है.
आज से 4 साल पहले कृषि मंत्री रविंद्र चौबे अधिकारियों को लेकर गए थे, तब पीयूष गोयल ने ही कह दिया था कि आप समर्थन मूल्य से अधिक दे रहे हैं तो हम आपका चावल नहीं लेंगे, हमें बाजार में बेचना पड़ा. फिर से आकर झूठ बोलकर जा रहे हैं. हमें तो विभाग से 6 हजार करोड़ लेना है, आए थे तो देकर जाते, प्रदेश के लोगों का हित चाहते तो देकर जाना था.
भूपेश बघेल ने आगे ये भी कहा कि अमित शाह यहां के नेताओं से नाराज हैं. पिछले दिनों भाजपा के आरोप पत्र लॉन्च कार्यक्रम में भीड़ नहीं थी. अन्य कार्यक्रमाें में भी लोग नहीं आ रहे. ये लोग कहते हैं मौसम खराब होने की वजह से नहीं आ रहे, मौसम ठीक है, मौसम का बहाना बना रहे हैं. मौसम तो इनके नेताओं का ठीक नहीं है.