भाजपा की परिवर्तन यात्रा के संयोजक शिवरतन शर्मा ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में अपराध की कई घटनाएं सामने आ रही हैं. सारे अपराध की जड़ में नशा है. गंगाजल उठाकर कांग्रेस के नेताओं ने जन घोषणा पत्र जारी किया था. कहा था कि हम पूर्ण शराबबंदी लागू करेंगे, पर आज क्या स्थिति है पाटन की. ऐसा कोई गांव नहीं, जहां अवैध शराब नहीं बिक रही हो. शर्मा शुक्रवार को मीडिया से बात कर रहे थे.
पाटन से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत से पहले शिवरतन शर्मा और पाटन से प्रत्याशी विजय बघेल मीडिया से रुबरू हुए. शर्मा ने कहा, प्रदेश में नशे का व्यापार सरकार के संरक्षण में चल रहा है. इसका सबसे बड़ा बड़ा प्रमाण है कि जब ED ने कार्रवाई की तो सिर्फ एक साल में 2000 करोड़ का करप्शन पकड़ा गया है. अधिकारी जेल में गए हैं, उनकी जमानत नहीं हो पा रही है.
रायपुर के सिटी SP दफ्तर मल्टीलेवल पार्किंग कॉम्प्लेक्स में हुए गैंगरेप मामले का भी जिक्र शर्मा ने किया. कहा कि कांग्रेस ने महिला समृद्धि सम्मेलन आयोजित किया. इधर यह सम्मेलन चल रहा था और राजधानी के बीच चौक में गैंगरेप की घटना घटी. ठीक रक्षाबंधन के दिन मंदिरहंसौद थाना क्षेत्र में गैंगरेप की घटना घटी.
शर्मा बोले, एक समय था कि छत्तीसगढ़ की पहचान एक विकासशील राज्य के रूप में होती थी. जब अन्य प्रदेशों की तुलना होती थी तो हम विकास की दौड़ में कहीं एक नंबर में कहीं दो नंबर में कहीं तीन नंबर में होते थे. आज विकास के मामले में हमारा नंबर 28वां, कहीं 33वां भी होता है. अपराध की चर्चा होती है तो प्रमुख पांच प्रदेशों में छत्तीसगढ़ आ चुका है.
पाटन में गुरुवार शाम यात्रा के दौरान मंच से भाजपा के प्रत्याशी विजय बघेल को सामने रखा गया. पूरी कोशिश थी कि पाटन से CM बघेल के आगे उन्हीं के परिवार से ताल्लुक रखने वाले विजय बघेल को प्रोजेक्ट किया जाए. विजय बघेल भी अपने भाषण में मुख्यमंत्री का जिक्र करते हुए कांग्रेस के काम-काज को कोसते रहे और भाजपा को जिताने की अपील करते रहे.
वहीं दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भाजपा के परिवर्तन यात्रा को न केवल जनता, बल्कि उनके कार्यकर्ताओं ने भी नकार दिया है. बाहर से बुलाए गए नेताओं के भरोसे निकल रही परिवर्तन यात्रा का भाजपा के ही स्थानीय कार्यकर्ता खुलकर विरोध कर रहे हैं. लोगों की भीड़ कहीं नहीं आ रही है, उल्टे हर जगह इनकी गुटबाजी सामने आ रही है.
शर्मा ने दावा करते हुए कहा, जमीनी हकीकत यही है कि भूपेश की भरोसे की सरकार के सामने छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी नीति, नीयत, नेता और विश्वसनीयता के संकट से जूझ रही है. देश के प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित तमाम केंद्रीय मंत्रियों, नड्डा सहित राष्ट्रीय पदाधिकारी और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के कार्यक्रम भी पूरी तरह से असफल साबित हुए.