छत्तीसगढ़ की साय सरकार का बजट सत्र 5 फरवरी से शुरू हो रहा है. यह एक मार्च तक प्रस्तावित है. इसमें कुल 20 बैठकें होंगी. इसे लेकर विधानसभा सचिवालय ने गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी है.
बजट सत्र के कार्यक्रम के मुताबिक, सत्र की शुरुआत राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन के भाषण से होगी. उसी दिन सरकार राज्यपाल के ज्ञापन पर कृतज्ञता जताने का प्रस्ताव लेकर आएगी. अगले दिनों से उस पर चर्चा होनी है.
सत्र के दौरान ही वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट पेश किया जाएगा. माना जा रहा है कि इस दौरान छत्तीसगढ़ को कई सौगातें मिल सकती हैं. चुनावी घोषणाओं ‘मोदी की गारंटी’ को लेकर बड़ी योजनाएं आ सकती हैं.
छत्तीसगढ़ में BJP सरकार बनने के बाद यह दूसरा सत्र होगा. इससे पहले 3 दिन का शीत सत्र 19 दिसंबर से हुआ था. इस सत्र के आखिरी दिन 12 हजार 992 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट पास हुआ था. CM विष्णुदेव साय ने बताया कि इसमें किसानों के लिए 2 साल के बकाया धान बोनस भुगतान के लिए 3800 करोड़ और महतारी वंदन योजना के लिए 1200 करोड़ रुपए का प्रावधान है. कई मुद्दों पर पक्ष-विपक्ष में तंज और बहस देखने को मिली.
शीत सत्र में रमन सिंह विधानसभा अध्यक्ष बनाए गए. प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम ने CM विष्णुदेव साय और चरणदास महंत से अनुरोध किया कि वे डॉ. रमन सिंह को ससम्मान आसंदी तक लाएं. इस सत्र में कर्जमाफी, बिजली बिल और किसान आत्महत्या का मुद्दा जमकर गूंजा था. इसके अलावा राज्यपाल के अंग्रेजी में अभिभाषण पढ़ने पर भी हंगामा हुआ था.