CBSE की दसवीं-बारहवीं परीक्षा फरवरी में शुरू होगी. पिछले दिनों इसकी समय-सारणी जारी की गई. आगामी लोकसभा के चुनाव को देखते हुए ऐसी चर्चा थी कि CG बोर्ड परीक्षा भी फरवरी में शुरू हो सकती है. लेकिन इस बोर्ड की दसवीं-बारहवीं परीक्षा मार्च में शुरू होगी और उसी महीने खत्म भी हो जाएगी. इसके लिए इस सप्ताह ही शिड्यूल जारी होगा. एक मार्च से परीक्षा शुरू होने की संभावना है.
इससे पहले, दसवीं-बारहवीं परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया पिछले दिनों खत्म हुई. आचार संहिता खत्म होने के बाद 10-15 दिसंबर तक बोर्ड एग्जाम की समय-सारणी जारी होने की संभावना थी. लेकिन माध्यमिक शिक्षा मंडल के पूर्व अध्यक्ष के इस्तीफे के कारण शिड्यूल जारी नहीं हुआ. कुछ दिन पहले मंडल के नए अध्यक्ष की घोषणा हुई. इसे लेकर माना जा रहा है कि अब इस सप्ताह बोर्ड एग्जाम की समय-सारणी जारी हो जाएगी.
जानकारों का कहना है कि पिछले वर्षों तक बोर्ड एग्जाम में दसवीं की परीक्षा मार्च में शुरू होकर, मार्च में खत्म हो जाती थी. लेकिन बारहवीं के कुछ पेपर अप्रैल के पहले सप्ताह तक होते थे. इस बार ऐसा शिड्यूल बनाया गया है कि जिसमें दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं मार्च में खत्म होगी.
दसवीं-बारहवीं की अस्थाई मेरिट लिस्ट CG बोर्ड के रिजल्ट के साथ जारी की गई थी. इसके तहत दसवीं में 48 और बारहवीं में 30 टॉपर्स थे. इसके आधार पर इस साल ही बोर्ड के टॉपर्स का सम्मान हुआ. उन्हें प्रोत्साहन राशि दी गई. साथ ही हैलीकॉप्टर की सैर कराई गई. पुनर्मूल्यांकन व पुनर्गणना और पूरक एग्जाम के रिजल्ट के बाद कुछ महीने पहले CG बोर्ड की फाइनल मेरिट लिस्ट जारी की गई.
इसके तहत टॉपरों की संख्या 48 से बढ़कर 56 हो गई है. इसी तरह बारहवीं में टॉपरों की संख्या 30 से बढ़कर अब 35 हो गई है. यानी 13 नए टॉपर्स मेरिट लिस्ट में शामिल हुए. इन्हें बोर्ड की ओर से डेढ़ लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जा चुकी है, लेकिन हैलीकॉप्टर की सैर नहीं कराई गई है. नई सरकार में बोर्ड के टॉपर्स हैलीकॉप्टर की सैर करने या नहीं इसे लेकर संशय की स्थिति बनी है.
दसवीं-बारहवीं CG बोर्ड के तहत प्रायोगिक परीक्षाएं यानी प्रैक्टिकल एग्जाम 10 जनवरी से शुरू होगी. इसके साथ ही प्रोजेक्ट वर्क की परीक्षा भी होगी. दोनों एग्जाम प्रदेश के सभी मान्यता प्राप्त हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में 31 जनवरी तक होगी.
बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि यह परीक्षाएं मंडल से नियुक्त बाह्य परीक्षक की देखरेख में भी स्कूल आयोजित करेंगे. यदि स्कूल स्वेच्छा से बाह्य परीक्षक नियुक्त करते हैं तो ऐसे प्रैक्टिकल मान्य नहीं होंगे. गौरतलब है कि दसवीं-बारहवीं परीक्षा के लिए इस बार करीब सवा छह लाख छात्रों ने आवेदन किया है.