विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की पहली सूची जारी होने के बाद कांग्रेस की भी पहली सूची जल्द जारी की जाने वाली है. पहली सूची में उन लोगों के नाम होंगे, जिनके नाम पर कोई विवाद नहीं है और पार्टी के सर्वे में उनकी स्थिति अच्छी बताई गई है.
इस कड़ी में भूपेश सरकार के सभी 13 मंत्रियों को दोबारा टिकट दिया जा रहा है. सर्वे में ऐसी रिपोर्ट आई है कि ज्यादातर मंत्रियों की स्थिति ठीक है. कुछेक को थोड़ी बहुत परेशानी है, लेकिन उनका भी टिकट काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
सर्वे और जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए प्रदेश कांग्रेस के रणनीतिकारों ने यह लगभग तय कर लिया है कि मंत्रियों को दोबारा टिकट दिया जाए. इसमें एक या दो मंत्री जिनके बारे में नकारात्मक फीड बैक मिला है, उनकी सीट बदली जा सकती है लेकिन टिकट उनका भी नहीं काटा जाएगा. ये मंत्री आदिवासी वर्ग से आते हैं इस कारण सरकार आदिवासी वर्ग में ऐसा कोई मैसेज नहीं देना चाहती कि आदिवासियों की उपेक्षा की जा रही है.
प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा है कि कांग्रेस की पहली सूची सितंबर के पहले सप्ताह में आ जाएगी. इस सूची में मंत्रियों के अलावा उन विधायकों और पिछला चुनाव लड़े नेताओं के नाम होंगे जहां से सिंगल नामों का पैनल आया है.
विधायकों के परफॉर्मेंस का रिव्यू कराने के बाद 71 में से करीब 20 विधायकों की रिपोर्ट सही नहीं आई है. ऐसा कहा जा रहा है कि पहली सूची में ऐसे विधायकों या विधानसभा क्षेत्रों के बारे में फैसला नहीं होगा. इन विधायकों के कामकाज का नए सिरे से आकलन और वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर निर्णय लेंगे. अभी दावे से नहीं कहा जा सकता कि 20 के टिकट कट ही जाएंगे. हां लेकिन कमजोर विधायकों को घर बैठाया जाएगा, यह तय है.