प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और तीनों महामंत्री ओपी चौधरी, विजय शर्मा, केदार कश्यप के मंत्रिमंडल में जाने के बाद संगठन में भी बड़ा फेरबदल किया जाएगा. अगर साव को डिप्टी सीएम बनाया गया तो उन्हें अपना पद छोड़ना होगा. संगठन में नए चेहरे की तलाश शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि सीएम आदिवासी वर्ग से हैं, तो प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी की जगह इसी वर्ग का होगा.
प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर सांसद विजय बघेल का नाम सबसे आगे चल रहा है. वहीं, महामंत्री के तौर पर रामू रोहरा और सौरभ सिंह को नई जिम्मेदारी में लाया जा सकता है. इसके अलावा संगठन मुख्यमंत्री और मंत्रियों के साथ भी कुछ लोगों को जोड़ने की तैयारी में है. ऐसे लोगों को भी चिन्हित किया जा रहा है, जिनकी प्रशासनिक समझ बड़ी अच्छी है.
नई सरकार के आते ही DGP अशोक जुनेजा को भी बदला जा सकता है. वहीं, मुख्य सचिव अमिताभ जैन के संबंध भाजपा में बहुत अच्छे हैं, इसलिए ऐसी संभावना जताई जा रही है कि उन्हें अभी ना बदलें. DGP की दौड़ में फॉरेंसिक चीफ राजेश मिश्रा, ADG SR कल्लूरी और ADG AD गौतम के नाम की चर्चा है. चुनाव के समय भाजपा ने कुछ IAS की शिकायत की थी, उन सभी पर कार्रवाई हो सकती है. इसके अलावा बीजापुर कलेक्टर को भी हटाने की तैयारी है. ACB के चीफ डीएम अवस्थी को भी हटाया जाएगा.
प्रदेश के आधा दर्जन IPS ED जांच के घेरे में हैं. प्रशासन के भी आधा दर्जन अधिकारियों को ED पूछताछ के लिए बुला चुकी है. इन सभी अधिकारियों पर भी गाज गिरेगी. इसके अलावा जो अधिकारी जेल में हैं, उनके खिलाफ प्रशासनिक बड़ी कार्रवाई की जाने की तैयारी है.
साय कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत 5 आदिवासी मंत्री होंगे. OBC और सामान्य वर्ग से तीन-तीन और एक अनुसूचित जाति वर्ग से होगा. इसके साथ ही पहली बार विधायक बने अरुण साव और विजय शर्मा को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा.