छत्तीसगढ़ में मिली हार की समीक्षा को लेकर शनिवार को चल रही कांग्रेस की बैठक देर शाम खत्म हो गई. करीब 7 घंटे चली मैराथन बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि, परिणाम हमारे खिलाफ आए सरकार चली गई. पार्टी से कदम से कदम मिलाकर चलना है.
राजीव भवन में हुई बैठक में बैज ने कहा कि, लोकसभा चुनाव की तैयारी करना है. राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल चले, कभी हौसला कम नहीं हुआ. लोकसभा चुनाव हमारे फेवर में रहेगा. नए सिरे से पार्टी को मजबूत करना है. बैठक के दौरान टिकट काटे जाने से पूर्व विधायक शकुंतला साहू रो पड़ीं.
PCC चीफ बैज ने पार्टी पदाधिकारियों, नेताओं, विधायकों और पूर्व विधायकों की अलग-अलग चार बैठकें ली. उन्होंने कहा कि, हमें अब लोकसभा चुनाव पर फोकस करना है. जमीन स्तर के कार्यकर्ताओं की मनोबल बढ़ाना है. जनता भाजपा के पक्ष में नहीं. हमें जनता के बीच जाकर सहानुभूति बटोरना है. हमारे पास मुद्दों की कमी नहीं है.
बैठक में कांग्रेस संगठन के 138 साल पूरे होने पर जिला संगठन मुख्यालय और बूथ स्तर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित करने, क्राउड फंडिंग अभियान में सहयोग करने, नागपुर में आयोजित स्थापना दिवस की महारैली में ज्यादा से ज्यादा संख्या में भाग लेने एवं लोकसभा चुनाव की तैयारी करने पर बात हुई.
बैठक के दौरान शुरू से ही पूर्व मंत्रियों के खिलाफ माहौल बना हुआ था. सूत्रों के मुताबिक, कसडोल से विधायक रहीं शकुंतला साहू रो पड़ीं. उन्होंने कहा कि, अगर सर्वे के आधार पर टिकट कटे तो मंत्रियों की खराब रिपोर्ट के बाद उन्हें कैसे चुनाव लड़ाया गया. उन्होंने कहा कि मैं केवल कार्यकर्ता नहीं, बेटी की तरह थी, लेकिन मुझे लेकर अनर्गल बातें कही गईं.
वहीं जगदलपुर के पूर्व विधायक रेखचंद जैन ने कहा कि, टिकट कटने का मलाल नहीं है. लोकसभा चुनाव में मजबूती से काम करेंगे. शिशुपाल शोरी ने कहा कि, एक दूसरे के गिले-शिकवे भूल लोकसभा के लिए आगे बढ़ने के निर्देश मिले हैं. लोकसभा की दावेदारी पर शिशुपाल शोरी ने कहा कि, हम भी चाहते हैं हर कार्यकर्ता चाहता है लोकसभा का टिकट मिले.
बिलाईगढ़ के पूर्व विधायक चंद्रदेव राय ने कहा कि, 22 विधायकों की टिकट नहीं काटी होती तो निश्चित जीत होगी. हम हारे विधायक नहीं है हमारी टिकट काटी गई, पूर्व विधायक हैं जनता के हित में संघर्ष करते रहेंगे.
इससे पहले हुई पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक में भी नेताओं का गुस्सा मंत्रियों पर फूटा. नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज से कहा कि मंत्रियों ने कार्यकर्ताओं के काम नहीं किए. ट्रांसफर पोस्टिंग की अर्जी लेकर जाने पर मंत्री नियम का राग अलापते थे. मनमाने ढंग से अपनी ही चलाई.
कार्यकर्ताओं की शिकायत पर बैज ने कहा कि, अगर कोई बात नहीं रख पाया है तो 28 दिसंबर के बाद कार्यालय में लिखित दे सकता है. भितरघात को लेकर उन्होंने कहा कि, चुनाव के दौरान कुछ शिकायतें आई हैं. PCC में बहुत लोगों पर कार्रवाई हुई है. कुछ शिकायतों पर जांच कर रहे हैं.
इससे पहले 22 दिसंबर को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक हुई थी. बैठक में प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, PCC चीफ दीपक बैज, पूर्व सीएम भूपेश बघेल समेत पूर्व मंत्री, नए विधायक भी शामिल हुए.
प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में कई अहम फैसले हुए. 28 दिसंबर को सभी जिलों के मुख्यालय में कांग्रेस नेता ध्वजारोहण करेंगे. बूथ स्तर पर कांग्रेस नेता ध्वज लहराएंगे. नागपुर में 28 दिसंबर को 25 हजार कार्यकर्ता शामिल होंगे. 28 दिसंबर तक क्राउड फंडिंग जारी रहेगा. 28 दिसंबर के बाद डोर टू डोर कार्यकर्ता राशि एकत्र करेंगे.
2023 विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं को हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस के पास वैसे तो 35 विधायक हैं, लेकिन इनमें से 14 विधायक पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं. बाकी 21 में आधे से ज्यादा दूसरी बार विधायक बने हैं.
कांग्रेस पार्टी को इस बार कुल 35 विधानसभा सीटों में जीत हासिल हुई है. वहीं भाजपा ने 54 सीट पर जीत दर्ज की. जबकि गोंगपा ने एक सीट जीती.