खनिज विभाग ने महासमुंद और कांकेर जिले के तीन खनिज ब्लॉक में सोने और हीरे के खनन के लिए ई-टेंडर जारी कर दिया है. लगभग 7205 एकड़ में बहुमूल्य धातुओं की खोज होगी. भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीआइएस) के प्रारंभिक सर्वे में इन ब्लाक में सोने और हीरे की संभावना बताई गई है. भौमिकी एवं खनिकर्म के संयुक्त संचालक अनुराग दीवान ने बताया कि ई-टेंडर की प्रक्रिया में सफल बोली लगाने वाली कंपनी सबसे पहले विस्तृत पूर्वेक्षण का कार्य करेगी. इसके बाद खनिज भंडार प्रमाणित होने पर उन्हें खनिज पट्टा प्रदान किया जाएगा. इसके बाद खनन की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी. विश्व में कीमती खनिजों की मांग तेजी से बढ़ रही है. गौरतलब है कि 53 विकासखंडों में बहुमूल्य धातुओं के लिए खनिज विभाग ने कार्य शुरू कर दिया है.
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि कुल 32 खनिज ब्लॉक से राज्य सरकार को ₹1 लाख करोड़ से ज्यादा की राशि राजस्व के माध्यम से प्राप्त होने की संभावना है. खनिज विभाग ने बहुमूल्य और सामरिक महत्व के खनिजों के अन्वेषण पर जोर दिया है. इन खनिजों में निकिल, क्रोमियम, ग्रेफाइट, सोना और हीरे जैसे खनिज हैं. बीते वर्ष 20 महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों का आवंटन ई-नीलामी के माध्यम से किया गया. सोने और हीरे के साथ ही देश में पहली बार महासमुंद जिले में निकिल-क्रोमियम के दो ब्लॉक भी आवंटित किए गए हैं. वर्ष 2015 के बाद से कुल 29 खनिज ब्लॉक आवंटित किए गए हैं, जिनमें से पिछले वर्ष 20 ब्लाक ई-नीलामी से आवंटित किए गए हैं.
टेंडर दस्तावेज क्रय किए जाने की अंतिम तिथि 18 अगस्त 2023 है. बोली जमा करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त 2023 दोपहर 3 बजे तक है. इसके लिए ई-नीलामी से आबंटन 6 जुलाई 2023 को मार्स पोर्टल में NIT जारी किया गया है.
कहां पर कितने क्षेत्रफल में खनन के लिए टेंडर
जिला- खनिज ब्लॉक व क्षेत्रफल
महासमुंद- बसना-2 डायमंड ब्लाक, रकबा 2500 हेक्टेयर
महासमुंद- चनत-जोगीदादर गोल्ड एंड एसोसियेटेड मिनरल्स, रकबा 176 हेक्टेयर
कांकेर- तुमरीसुर-गरदा-2 गोल्ड ब्लॉक, रकबा 240 हेक्टेयर
यह संस्थान पहले कर चुकी है सर्वे
- डायरेक्टर ऑफ जियोलाजी एंड मांइनिंग छत्तीसगढ़ (DGM)
- जियोलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI)
- मिनरल एक्सप्लोरेशन एंड कंसल्टेंसी (MECL)
खनन से खनिज विभाग का इस तरह बढ़ा राजस्व
वित्तीय वर्ष- राजस्व
2021-22- ₹12, 941 करोड़
2022-23- ₹12,305 करोड़