रायपुर से झारसुगड़ा के बीच 310 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन बिछाई जाएगी. इसके लिए गुरुवार को पेश केंद्रीय बजट में ₹500 करोड़ की मंजूरी मिली है. इस रेल लाइन के बन जाने से अंचल के लोगों को आवागमन के लिए बेहतर सुविधा मिल सकेगी. इसी तरह भाटापारा से हथबंद के बीच चौथी लाइन बिछाने का काम किया जाएगा. इसके लिए केंद्रीय बजट में ₹100 करोड़ का प्रावधान किया गया है. वर्तमान में रायपुर से झारसुगड़ा के बीच रोजाना करीब एक दर्जन से अधिक गाड़ियां चलती हैं.
लेकिन आवागमन ज्यादा होने के कारण अक्सर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. रायपुर से झारसुगड़ा के बीच नई रेल लाइन बिछाने की स्वीकृति छत्तीसगढ़ और ओडिशा दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस कार्य को तीन से चार साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. रेल अफसर के मुताबिक नई रेल लाइन से जहां विकास की गति बढ़ेगी वहीं यात्रियों को भी इसका लाभ मिलेगा. माल ढुलाई में भी तेजी आएगी.
रायपुर से झारसुगड़ा तक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का एक महत्वपूर्ण तथा व्यस्ततम रेल मार्ग है. इस रूट पर माल गाड़ियों के अधिक परिचालन के कारण एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें लेट होती हैं. इससे मुसाफिरों को आए दिन परेशानी का सामना करना पड़ता है. नई रेल लाइन बनने से ट्रेनों की स्पीड बढ़ेगी. ट्रेनों को आउटर में खड़ा करने तथा लेटलतीफी की समस्या से भी निजात मिलेगी.
*बजट में प्रमुख योजनाओं पर लगी मुहर*
• रायपुर झारसुगड़ा के बीच 500 करोड़ की लागत से 310 किलोमीटर तक नई रेल लाइन
• भाटापारा से हथबंध के बीच 100 करोड़ से चौथी लाइन बिछाई जाएगी
• दाधापारा से बेल्हा तक 10 करोड़ से चौथी लाइन का निर्माण होगा
• तिल्दा और सिमगा के बीच 6 करोड़ की लागत से रेलवे क्रासिंग, ओवर ब्रिज बनेंगे
• भाटापारा से निपानिया के बीच 3 करोड़ 11 लाख की लागत से अंडर ब्रिज
• सरोना कुम्हारी के बीच 4 करोड़ 41 लाख की लागत से अंडर ब्रिज और ओवर ब्रिज