छत्तीसगढ़ में आचार संहिता लगने के बाद अलग-अलग जिलों में निगरानी दल कार्रवाई कर रही है. प्रदेश में 3 दिनों के अंदर 2 करोड़ रुपए से की नगदी और सामानों की जब्ती की गई है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने लोकसभा चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के सख्त निर्देश दिए हैं.
प्रदेश की अलग-अलग एजेंसियां अवैध तरीके से सामान परिवहन और पैसों को लेकर कड़ी नजर बनाकर रखी है. वहीं चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर की ओर से प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर और SP को निर्देश दिए गए हैं कि वे धन और वस्तुओं के अवैध संग्रहण की जांच कर कार्रवाई करें.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक इन्फोर्समेंट एजेंसीज ने 19 मार्च तक 47 लाख 55 हजार रुपए की नगद धन राशि जब्त की गई है. इस दौरान 3896 लीटर अवैध शराब की भी जब्ती की गई है, जिसकी कीमत 8 लाख 87 हजार रुपए है.
वहीं जांच के दौरान 73 लाख 17 हजार रुपए कीमत के 195 किलोग्राम मादक पदार्थ और 51 लाख 90 हजार रुपए कीमत के 840 ग्राम ज्वेलरी हैं. इनके साथ ही 21 लाख 71 हजार रुपए से अधिक की अन्य सामग्री जब्त किए गए हैं.
लोकसभा चुनाव के दौरान शिकायतों का जल्द निराकरण करने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने कंप्लेंट मॉनिटरिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर तैयार किया है. मंगलवार को नोडल अधिकारियों को ट्रेनिंग भी दी गई.
विभागीय नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि निर्वाचन के दौरान विभिन्न माध्यमों से मैन्युअली प्राप्त शिकायतों को डिजिटाइज्ड किया जाएगा. साथ ही सी-विजिल और सोशल मीडिया के जरिए भी शिकायतों को प्रिन्ट निकालकर डिजिटाइज्ड कर संबंधित विभाग के नोडल अधिकारियों को भेजा जाएगा.
नोडल अधिकारी अपने-अपने विभाग से संबंधित शिकायतों का समय-सीमा में त्वरित निराकरण करेंगे और इसकी जानकारी तत्काल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को देंगे.