मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगलवार को बिलासपुर में युवाओं से भेंट-मुलाकात करने पहुंचे. यहां उन्होंने संभाग के 8 जिलों से आए युवाओं को संबोधित किया. इससे पहले जब CM बघेल मंच पर पहुंचे तो पूरा इंडोर स्टेडियम कका अभी जिंदा है के नारों से गूंज उठा. मुख्यमंत्री बघेल ने कहा जब प्रदेश में भेंट मुलाकात शुरू किया, तभी से मेरे मन में युवाओं के बीच जाने की योजना थी. इसलिए रायपुर के बाद अब बिलासपुर में युवाओं के बीच आया हूं.
मुख्यमंत्री ने यहां एक बड़ी घोषणा भी की. उन्होंने वेटरनरी कोर्स करने वाले युवाओं की मांग पर बड़ी घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा है कि मोहल्ला क्लिनिक की तरह पशु औषधालय भी खोल जाएंगे. पशु चिकित्सकों की भर्ती भी होगी.
मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान रायगढ़ से आए एक युवक युवा संग्राम ने पूछा कि आपकी चेहरे की चमक का राज क्या है. इस पर मुख्यमंत्री ने जवाब दिया यह छत्तीसगढ़ की 3 करोड़ जनता की दुआ से है.
वहीं बिलासपुर पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर कर एक जानकारी दी. उन्होंने कहा-मौसम खराब हो गया है. हेलिकॉप्टर उड़ नहीं सकता. मुझे तस्वीर मिली की आप सभी पहुंच चुके हैं. कका और आपके बीच मौसम नहीं आ सकता, इसलिए मैं सड़क मार्ग से ही आ रहा हूं.
विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सरकार ने युवाओं के बीच जाने की योजना बनाई है. भाजपा के दिग्गज नेता कांग्रेस और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की इस योजना की आलोचना करते रहे हैं. लेकिन, सच्चाई यह है कि इसके माध्यम से सरकार ने जनता के बीच पहुंचने में काफी हद तक सफलता हासिल की है. कांग्रेस संगठन के बीच भी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चर्चा करते रहे हैं और फीडबैक लेते रहे हैं.
विधानसभा चुनाव को अब कुछ महीने ही बचे हैं. कांग्रेस सरकार बेरोजगार युवाओं से अपना वादा पूरा करने का दावा कर रही है. बेरोजगारी भत्ता और रोजगार देने जैसे मुद्दे पर भूपेश बघेल हमेशा दूसरे राज्यों से तुलना कर छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर कम करने का दावा करते रहे हैं. चुनाव में युवा मतदाताओं जीत-हार की भूमिका तय करने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.
यही वजह है कि कांग्रेस संगठन के जरिए बूथ चलों अभियान शुरू कर युवाओं के बीच पहुंच रही है. दूसरी तरफ सत्ता के जरिए मुख्यमंत्री के युवाओं से भेंट मुलाकात को भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. यही वजह है कि इस आयोजन को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन से लेकर मैदानी अमले को लगाया गया है. कार्यक्रम में युवाओं की भीड़ जुटाने का टारगेट संबंधित जिलों के कलेक्टर को दिया गया है.