मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिलासपुर को उड़ान -5 योजना में जोड़ने के लिए नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने इस दिशा में जल्द प्रक्रिया आगे बढ़ाने की अपील की है. जिससे अंचल के लोगों को देश के अन्य भागों में आने-जाने की सुविधा के साथ क्षेत्र के आर्थिक विकास में सहायता मिल सके. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्र में लिखा कि यह जानकारी प्राप्त हुई है कि केन्द्रीय विमानन मंत्रालय ने बिलासपुर नगर को उड़ान -5 योजना में शामिल नहीं किया है. इस निर्णय से बिलासपुर अंचल के लोगों में निराशा और रोष व्याप्त है. बिलासपुर राज्य का दूसरा महत्वपूर्ण नगर है. राज्य का उच्च न्यायालय बिलासपुर में स्थित होने के कारण भी यहां नियमित हवाई सेवा की सुविधा उपलब्ध कराया जाना अत्यंत आवश्यक है.
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि DGCA तथा केन्द्रीय विमानन मंत्रालय के परामर्श से बिलासपुर एयरपोर्ट में नियमित हवाई सेवा आरंभ करने के उद्देश्य से टर्मिनल भवन, रनवे विस्तार, सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था इत्यादि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने राज्य के बजट से ₹45 करोड़ व्यय किए जा चुके हैं. राज्य सरकार के अथक प्रयासों से बिलासपुर को देश के एयर लिंक से जोड़ा गया. जबलपुर, नई दिल्ली, प्रयागराज, इन्दौर के लिए हवाई सेवाएं प्रारम्भ की गई थी. बिलासपुर आने एवं जाने वाले सभी विमानों में यात्रियों की संख्या उत्साहवर्धक थी, लेकिन अज्ञात कारणों से बाद में इंदौर की विमान सेवा बंद कर दी गयी.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत आने वाली एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने केन्द्र सरकार की उड़ान 5.0 योजना से बिलासपुर का नाम हटाने से नाराज हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति के लोगों ने 9 जून को राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को ज्ञापन सौंपा था. समिति का कहना है कि बिलासपुर राज्य का दूसरा प्रमुख शहर है और राज्य का हाईकोर्ट यहीं से संचालित है. अभी बिलासपुर का बिलासा बाई केंवट हवाई अड्डा विकसित किया जा रहा है और ये 72 और 80 सीटर विमान के संचालन के लिए उपयुक्त है. उन्होंने बताया कि फिलहाल यहां से बिलासपुर से दिल्ली की एक फ्लाइट चल रही है जो सप्ताह में 4 दिन जबलपुर हो कर और 4 दिन प्रयागराज होकर जाती है. कुल मिलकर एक सप्ताह में 8 लैंडिंग और टेकऑफ बिलासपुर से हो रहे है.
उन्होनें राज्यपाल से मांग की है कि केंद्र सरकार और विशेष रूप से नागरिक उड्डयन मंत्रालय को बिलासपुर एयरपोर्ट को उड़ान योजना में “अंडर सेवेंड ” एयरपोर्ट की लिस्ट में शामिल कर बिलासपुर से कोलकाता, हैदराबाद, भुनेश्वर, मुंबई, दिल्ली, जयपुर हवाई मार्गों को उड़ान 5.0 योजना के लिए अधिसूचित करने का परामर्श दे जिससे कि एयर लाइन कम्पनिया फ्लाइट संचालन के लिए बिडिंग कर सके.