छत्तीसगढ़ में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. इस बीच मुंगेली जिले में कांग्रेस के संकल्प शिविर के लिए चंदा मांगने का ऑडियो वायरल हुआ है. जिसमें दावेदारों से कार्यक्रम के लिए 50-50 हजार रुपए मांगने हुए साफ सुना जा सकता है. टिकट की दावेदारी कर रहीं दो महिला नेत्रियों ने जिला प्रभारी पर गंभीर लगाए हैं, जिससे सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है.
सोमवार को कृषि उपज मंडी परिसर में कांग्रेस का संकल्प शिविर चल रहा था. इसी दौरान मुंगेली जिला कांग्रेस संगठन प्रभारी सीमा वर्मा और मुंगेली विधानसभा से दावेदारी कर रहे कुछ लोगों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गई. रत्नावली कौशल और डॉ. सरिता भारद्वाज कांग्रेस की ओक से दो महिला दावेदार हैं. उन्होंने कांग्रेस के जिला संगठन प्रभारी सीमा वर्मा और शहर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा पर संकल्प शिविर कार्यक्रम को लेकर 50-50 हजार रुपए मांगने का आरोप लगाकर बवाल मचा दिया.
आरोप यह भी हैं कि पैसे नहीं देने पर कार्यक्रम में भेदभाव और अपमान किया गया. यहां तक कि उन्हें अपनी कुर्सी से उठकर पीछे बैठने के लिए भी कह दिया गया. रत्नावली कौशल जो अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण की सदस्य हैं और वर्तमान में मुंगेली विधानसभा से कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर रहीं हैं. उन्होंने संगठन के प्रभारियों पर महिलाओं को अपमानत करने आरोप लगाया है.
एक और महिला दावेदार सरिता भारद्वाज ने भी संगठन के प्रभारियों पर संकल्प शिविर कार्यक्रम के दौरान अपमान करने का आरोप लगाया है. उनकी निंदा करते हुए सोशल मीडिया पर संगठन के पदाधिकारी के साथ बातचीत और पैसे की मांग का ऑडियो वायरल किया है. हालांकि हम इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करते हैं।
वहीं शहर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष स्वतंत्र मिश्रा ने आरोप को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के लिए पार्टी से कोई फंड प्राप्त नहीं होता है. आपसी सहमति और सहयोग से कार्यक्रम का संचालन किया जाता है. चर्चा केवल उसी बात पर हुई है और बाकी किसी भी संबंध में पैसे की मांग नहीं की गई है. अपमान जैसी कोई बात नहीं है. सभी के सहयोग से पार्टी चलती है.