छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा ऐप का मास्टर माइंड दीपक नेपाली को गिरफ्तार कर लिया गया है. दीपक लूट, अपहरण मामले में भी पिछले 1 साल से फरार था. आरोपी पर NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) भी लगाया गया था. दुर्ग की क्राइम ब्रांच की टीम ने मंगलवार देर रात उसे गिरफ्तार किया है. ऐसी खबरें भी चल रही है कि सौरभ चंद्राकर को दुबई में नजर बंद किया गया है.
दीपक नेपाली सीधे दुबई में बैठे सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के संपर्क में था. ये उनके दम पर देश के अलग-अलग राज्यों में कई पैनल संचालित करता था. इस काम में उसने अपने भाई लोकेश नेपाली और अन्य करीबियों को भी लगा रखा था. दुर्ग पुलिस और क्राइम ब्रांच को दीपक को कई महीने से तलाश रही थी. पुलिस ने उसके कई ठिकानों और घर पर छापेमारी की, लेकिन सफलता नहीं मिली थी.
मंगलवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि वो वैशाली नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत अपने घर पर देखा गया. दुर्ग SSP रामगोपाल गर्ग ने क्राइम ब्रांच की टीम को एक्टिव किया. टीम ने बिना देरी किए उसे गिरफ्तार कर लिया. दीपक नेपाली के खिलाफ सुपेला, वैशाली नगर और छावनी सहित अन्य थानों में ऑनलाइन सट्टा, लूट, अपहरण और अन्य गंभीर धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं.
दीपक नेपाली यूं तो पेशेवर गुंडा है, लेकिन खुद को भाजपा नेता बताता है. वो भाजपा के सिंबल पेंट वाली गाड़ी में घूमता है. उसका भाई लोकेश नेपाली कई बार ऑनलाइन सट्टा खिलाने के आरोप में जेल जा चुका है. इस बात की अफवाह फैलने पर भाजपा नेताओं ने पुलिस पर दबाव बनाया और इसके बाद पुलिस ने दीपक नेपाली को गिरफ्तार कर लिया.
दीपक नेपाली की गिरफ्तारी को दुर्ग पुलिस के एक अधिकारी ने कंफर्म किया, लेकिन खुलकर किसी भी अधिकारी ने ये नहीं कहा कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. हालत यह रही है कि जिस वैशाली नगर थाना क्षेत्र से उसे गिरफ्तार किया गया वहां के TI ने फोन ही नहीं उठाया. इसके अलावा क्राइम DSP राजीव शर्मा ने भी फोन उठाना जरूरी नहीं समझा, तो वहीं क्राइम TI संतोष मिश्रा ने फोन ही बंद कर लिया.
दीपक नेपाली सिर्फ महादेव ऑनलाइन सट्टा खिलवाने के लिए फेमस नहीं है. उसके खिलाफ दुर्ग जिले के कई थानों में जानलेवा हमला, लूट, डकैती और अपहरण समेत कई मामले दर्ज हैं. इसके साथ ही उसके ऊपर अवैध गांजा और शराब तस्करी का भी आरोप है. 1 साल पहले भी उसे दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन जमानत लेकर बाहर आने के बाद फिर से वो अपराध की दुनिया में चला गया.
ऑनलाइन सट्टा मामले में दुर्ग पुलिस को दीपक नेपाली के रूप में मजबूत कड़ी हाथ लगी है, जिसके सहारे वो दुबई में बैठे सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल तक पहुंच सकती है. दीपक रवि उप्पल का खास मित्र है. रवि ने ही दीपक को ऑनलाइन सट्टा के काम में उतारा है. दोस्ती की बदौलत हर नया पैनल दीपक के पास आता है और वो लोगों को बांटता है. दुर्ग पुलिस उसके बारे में हर एक जानकारी जुटी रही है.
ऑनलाइन सट्टा मामले में दुर्ग पुलिस की संलिप्ता पाने के बाद तत्कालीन दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने इसकी जांच के आदेश दिए थे. 3-3 IPS अधिकारियों ने इसकी जांच की. उसमें पता चला था कि दीपक नेपाली अपराध से लेकर ऑनलाइन सट्टा का काम करता है.
इसमें दुर्ग पुलिस के कुछ सिपाही और अधिकारी भी उसके साथ हैं. जांच में 17 पुलिसकर्मियों की दीपक से संलिप्तता का पता चला था और 12 पुलिसकर्मियों के बारे मोबाइल के जरिए कुंडली निकाली जा रही थी. बाद में SP के तबादले के साथ ही यह फाइल बंद कर दी गई.