पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में शिक्षा सत्र 2023-24 प्रवेश के लिए ओपन काउंसिलिंग कराई गई. ओपन काउंसिलिंग के बाद भी कॉलेजों में अलग-अलग पाठ्यक्रमों को मिलाकर लगभग 15 हजार सीटें खाली रह गई. खाली सीटों में दाखिले के लिए तिथि बढ़ने की मांग भी शुरू हो गई है.
शहर के प्रसिद्ध शासकीय कॉलेजों में B.A., B.Sc, B.Com, M.Sc जैसे पाठ्यक्रमों में प्रवेश लगभग पूरे हो गए हैं. वहीं निजी कॉलेजों में कई कोर्स में सीटें खाली है. जिन पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश के लिए छात्रों ने आवेदन किया, उन कक्षाओं की आरक्षित सीटों को अनारक्षित में परिवर्तित कर प्रवेश दिया गया. बहुत सारी कक्षाओं में खाली सीटों की तुलना में आवेदन ही कम मिले हैं. इस कारण से सीटें खाली रह गई हैं.
जानकारों का मानना है कि छात्रों का रूझान निजी छात्रों के तौर ज्यादा है. यही वजह है कि दो महीने से चल रही प्रवेश प्रक्रिया के बाद भी बहुत सारी सीटें खाली रह गई हैं. छत्तीसगढ़ कॉलेज में M.A. और होमसाइंस की सीटें खाली है. इसी तरह साइंस कॉलेज और डिग्री गर्ल्स कॉलेज में भी कई पाठ्यक्रमों में सीटें खाली रह गई है.
विश्वविद्यालय से संबद्ध निजी कॉलेजों की सीटें ज्यादा खाली है. निजी कॉलेजों में तो B.A., B.Com, B.Sc, BCA, PGDCA जैसे प्रमुख कोर्स की भी सीटें खाली रह गई है. प्रदेश के लगभग सभी विश्वविद्यालयों से संबद्ध कॉलेजों में इस वर्ष उम्मीद के मुताबिक छात्रों ने प्रवेश नहीं लिया है.
शिक्षाविद कॉलेजों में खाली सीटों की मुख्य वजह तकनीकी कोर्स में अभी तक प्रवेश न हो पाना है. प्रदेश के इंजीनियरिंग, फार्मेसी, पॉलीटेक्निक, MBA, MCA जैसे पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हुई है. बहुत सारे छात्र इन कोर्स में प्रवेश के लिए भी आवेदन किए हैं. इन काेर्स में प्रवेश के लिए अभी तक मेरिट लिस्ट नहीं आई है. छात्रों को यहां पर प्रवेश मिलने की उम्मीद है, इस कारण से भी छात्र प्रवेश लेने में ज्यादा रूचि नहीं दिखा रहे हैं.
रविशंकर विश्वविद्यालय की तरफ से प्रवेश प्रक्रिया के लिए जारी गाइडलाइन के अनुसार 14 अगस्त तक प्रवेश देना था. लेकिन विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में अभी भी लगभग 15 हजार सीटें खाली है. इन खाली सीटों में प्रवेश के लिए तिथि बढ़ाने की मांग की गई है.
एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट प्रोफेशनल अनएडेड कॉलेज ऑफ छत्तीसगढ़ ने उच्च शिक्षा मंत्री और उच्च शिक्षा संचालनालय को पत्र लिखकर 31 अगस्त के प्रवेश तिथि बढ़ाने की मांग की है. एसोसिएशन की तरफ से मांग की गई की 12वीं पूरक परीक्षाओं के परिणाम देरी से जारी किए गए. छात्रों की पहली प्राथमिकता शासकीय कालेजों में प्रवेश लेना होता है, इस लिहाज से भी निजी कॉलेजों में प्रवेश कम हुए हैं. 31 अगस्त तक प्रवेश देने के लिए दोबारा पोर्टल शुरू करने की मांग की गई है.