बाजार का समर्थन न मिलने के कारण सीमेंट कंपनियों को एक बार फिर से दाम में बढ़ोतरी वापस लेनी पड़ी. सीमेंट की कीमतें इन दिनों 330 रुपये प्रति बोरी है. माहभर पहले ही सीमेंट 360 रुपये प्रति बोरी पहुंच गया था और कंपनियों द्वारा एक अक्टूबर से इसकी कीमतों में 15 रुपये प्रति बोरी की बढ़ोतरी की तैयारी थी.
कंपनियों द्वारा अपने डीलरों को इसके निर्देश भी गए थे. मालूम हो कि देशभर में कुल उत्पादन का लगभग 20 प्रतिशत सीमेंट का उत्पादन छत्तीसगढ़ में होता है. पिछले दिनों सीमेंट कंपनियों ने कार्टेल बनाकर इसकी कीमतों में बढ़ोतरी की तैयारी की थी.
कारोबारियों का कहना है कि अभी बाजार में मांग कमजोर बनी हुई है और दाम में बढ़ोतरी से और नुकसान ही हुआ. सीमेंट में तेजी को बाजार का किसी भी प्रकार से समर्थन नहीं मिल रहा है. दाम बढ़ने पर आम उपभोक्ताओं के साथ ही बड़े-बड़े ठेकेदार और बिल्डर्स भी अपना काम थोड़ा टाल देते है और कीमतें घटने के इंतजार में रहते है.
इससे पहले दो वर्ष पहले अक्टूबर 2021 में सीमेंट की कीमतें 360 रुपये प्रति बोरी तक पहुंच गई थी. उस दौरान ट्रक चालकों की हड़ताल के कारण दाम में बढ़ोतरी हुई थी और जैसे ही हड़ताल वापस हुई सीमेंट की कीमतों में भी गिरावट शुरू हो गई.
कारोबारियों का कहना है कि अब त्योहारी सीजन के बाद बाजार में भवन निर्माण सामग्री की मांग बढ़ेगी और इसकी शुरुआत कुछ दिनों में शुरू होगी. लोहा बाजार में डिमांड शुरू होने लगती है, इसे देखते हुए 15 अक्टूबर के बाद से सरिया की कीमतों में तेजी की संभावना है. छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल नचरानी ने कहा कि अभी पितृ पक्ष में मांग सुस्त है और 15 के बाद मांग निकलने लगेगी. इससे कीमतों में बढ़ोतरी होगी.