दुर्ग जिले का गैंगस्टर तपन सरकार पकड़ा गया है. सोमवार सुबह इसे भिलाई खुर्सीपार की पुलिस ने रायपुर के 1 फार्म हाउस से गिरफ्तार किया है. पुलिस काे दुर्ग के करीब 1 साल पुराने मर्डर केस में यह फरार चल रहा था. इसे पुलिस ने मुंबई समेत कई शहरों में तलाश किया था.
तपन सरकार को सोमवार को दुर्ग की अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है. तपन के अलावा पुलिस ने 5 और लोगों को गिरफ्तार किया है. भिलाई में होली के दिन हुए मर्डर केस में तपन सरकार को भी आरोपी बनाया गया था. इसके ही इशारे पर एक युवक शुभम राजपूत का गला काटा गया था.
दुर्ग की पुलिस को शक था कि शुभम मर्डर केस में नाम सामने आने के बाद वो प्रदेश छोड़कर भाग चुका है. नागपुर, मुंबई में तपन के गुर्गों के अड्डों पर छापेमारी भी की गई थी. रविवार की रात पुलिस को खबर मिली कि तपन रायपुर के एक फार्म हाउस में है. पुलिस की टीम भिलाई से रायपुर पहुंची.
सोमवार को सुबह-सुबह करीब 5 बजे जब सब सो रहे थे तब फार्म हाउस में टीम ने धावा बोल दिया और तपन पकड़ा गया. तपन ने रायपुर में अपने एक परिचित के फार्म हाउस में पनाह ले रखी थी. ये फार्म हाउस गोबरा-नवापारा से लगे इलाके जौंदा गांव के चम्पारण में है. तपन के साथ विद्युत चौधरी, प्रभाष सिंह, सतीश चंद्राकर, अन्नू दुबे और फॉर्म हाउस के मालिक को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
पुलिस की ओर से दी गई आधिकारिक जानकारी में ये बात कही गई है कि तपन के कहने पर भिलाई में शुभम नाम के युवक की हत्या हुई थी. जब फार्म हाउस से तपन काे पकड़ा गया तो इसने घटना में शामिल नहीं होने की बात बताई थी.
लेकिन इस केस में तपन का ही एक गुर्गा सेवक पहले ही गिरफ्तार हो चुका है. इसी ने गला काटकर युवक की जान ली थी. जब पुलिस ने कड़ाई की तो तपन ने कबूला कि हां उसे मैंने ही मरवाया है, मेरे ही कहने पर सेवक ने शुभम की गला काटकर जान ली थी.
तपन सरकार जब जेल में बंद था तो जेल के अंदर से ही गिरोह का संचालन करता था. जेल से ही हफ्ता वसूली और हत्या जैसी वारदात को गुर्गों की मदद से अंजाम दिया जाता था. दुर्ग सहित कई पुलिस थानों में तपन सरकार के खिलाफ हत्या, गुंडागर्दी, जबरन वसूली और धोखाधड़ी जैसे 20 से ज्यादा मामले दर्ज हैं.
11 फरवरी 2005 को भिलाई में एक गैंगवार हुई थी. इसमें तपन सरकार ने सुपेला में रहने वाले गैंगस्टर महादेव महार की हत्या अपने साथियों के साथ मिलकर की थी. मामले में कुछ महीने बाद पुलिस ने एक आरोपी गोविंद विश्वकर्मा को एनकाउंटर में मार गिराया था. इसके बाद एक-एक करके सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. इसी मामले में 17 साल सजा काटने के बाद तपन अगस्त 2022 को जेल से जमानत पर रिहा हुआ था.
भिलाई में साल 2023 में होली के त्योहार के दिन शुभम राजपूत नाम के युवक की हत्या की गई थी. शुभम राजपूत शहर के सबसे बड़े क्रिमिनल तपन सरकार के नाम से अवैध वसूली करता था. खुद को तपन का आदमी बताकर पैसे लेता और नहीं देने पर लोगों से मारपीट करता था.
खबर है कि ये इसी वजह से तपन के दूसरे गुर्गों की हिट लिस्ट में आ चुका था. होली के दिन तपन के गुर्गे सेवक राम को ही शुभम ने पकड़ लिया और रुपए के लिए धमकाने लगा. शुभम ने जब हमला करने की कोशिश की तो उसके साथ से कटर छूटकर गिर गया. उसी कटर को सेवक ने उठाया और शुभम के गले पर वारकर उसकी हत्या कर दी.
पुलिस ने तपन के गुर्गे सेवकराम को मर्डर केस में उसी दिन ही गिरफ्तार कर लिया था. जब इससे पूछताछ की गई तो सेवक ने कबूल किया कि, ये हत्या तपन के इशारे पर हुई थी. तभी से पुलिस तपन को भी ढूंढ रही थी. उसके दुर्ग-भिलाई के ठिकानों पर भी छापेमारी तेज की गई थी. 9 महीने बात तपन को चंपारण के पास फार्म हाउस के गिरफ्तार किया गया है.