दुर्ग विधायक अरुण वोरा को जिला निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस जारी किया है. उन पर शासकीय स्कूल में जाकर बच्चों को लालच देकर अभिभावकों से कांग्रेस के पक्ष में वोटिंग करने की अपील करने का आरोप है. अरुण वोरा से दो दिन के भीतर नोटिस का जवाब मांगा गया.
अरुण वोरा बुधवार 11 अक्टूबर की दोपहर जेआरडी आत्मानंद हायर सेकंडरी स्कूल गए थे. वे यहां की प्राचार्य एस संगीता नायर से मिले. प्राचार्य विधायक के साथ हर एक क्लास रूम पहुंची. विधायक ने बच्चों से मिलकर कहा कि वो अपने माता पिता से कांग्रेस को वोट देने के लिए कहें. अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो वो स्कूल में नया भवन बनवा देंगे.
मीडिया में खबर वायरल होने के बाद निर्वाचन आयोग ने इस पर संज्ञान लिया. शिकायत मिलने पर जिला निर्वाचन अधिकारी पुष्पेंद्र मीणा ने एक जांच टीम का गठन किया. इसके बाद अधिकारियों की टीम जेआरडी स्कूल पहुंची. टीम ने स्कूल के बच्चों और स्टॉफ का बयान लिया है. जल्द ही टीम अपनी जांच रिपोर्ट जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंपेगी.
अरुण वोरा ने बच्चों से कहा कि इस बार प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाओगे की नहीं. उन्होंने प्रलोभन दिया कि अगर वो अपने अभिभावकों से कांग्रेस को वोट देने के लिए कहेंगे और कांग्रेस की सरकार बनेगी तो यहां स्कूल भवन का निर्माण कराएंगे. उसे और बेहतर बना देंगे.
जेआरडी स्कूल के बच्चों ने इस बात की सच्चाई बताई. उन्होंने सभी बच्चों से कहलवाया कि वो अपने घरों में जाएं और परिजनों, माता-पिता और संबंधियों से कहें कि वो अरुण वोरा और कांग्रेस को वोट करें.
विधायक अरुण वोरा से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने ऐसे सभी आरोपों का खंडन किया. उन्होंने कहा कि वो स्कूल के सामने से गुजर रहे थे. इसी दौरान देखा कि स्कूल में एक बच्ची बेहोश हो गई है. उन्हें बताया गया कि बच्ची ने भूत देख लिया और बेहोश हो गई. इसीलिए वो बच्चों को समझाने गए थे कि भूत प्रेत जैसी कोई चीज नहीं होती. उसके बाद वो वहां से दूसरे कार्यक्रम में चले गए.