छत्तीसगढ़ के महासमुंद में कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी के खिलाफ ED की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. सूर्यकांत तिवारी और उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी के महासमुंद ब्लॉक में स्थित 6 से ज्यादा अचल संपत्ति को सीज किया है. मंगलवार दोपहर टीम महासमुंद पहुंची थी.
टीम ने राजस्व टीम को लेकर सूर्यकांत तिवारी और उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी की त्रिमूर्ति काॅलोनी के निर्माणाधीन भवन, शंकर नगर स्थित मकान, पटेवा, सिनोधा, खरोरा और बेलसोंड़ा में स्थित कृषि भूमि और भवन मकानों को सीज कर दिया है.
ED की टीम ने भारत सरकार के तहत मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत नोटिस बोर्ड चस्पा किया और सील मकानों को सील कर दिया गया है. इस पूरे मामले में स्थानीय अधिकारियों ने बयान देने से या चर्चा करने से इनकार कर दिया है.
कार्रवाई के लिए 2 ED के अफसर पहुंचे थे जो एक राजस्व अधिकारी के साथ आए थे. साथ ही यह भी संभावना है कि टीम 5-6 दिन में फिर आ सकती है. सीज की गई संपत्ति की अभी पूरी जानकारी अधिकारियों के तरफ से नहीं दी गई है. लेकिन इसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है.
बता दें कि, अक्टूबर 2022 में कोयला ट्रांसपोर्टिंग में 25 रुपये टन की अवैध उगाही और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सूर्यकांत तिवारी, छत्तीसगढ़ के कई नेताओं, अधिकारियों, व्यापारियों के यहां छापा मारा था.
ED के अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में जांच के बाद 550 करोड़ के कोल लेवी स्कैम का खुलासा किया था. इसमें IAS रानू साहू के अलावा IAS समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया, जेडी माइनिंग SS नाग और कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा कांग्रेस नेता और कुछ कारोबारी भी ED के जांच के दायरे में है. इन लोगों से पूछताछ की गई है और इनके घरों से कुछ दस्तावेजों को भी जब्त किया गया है.