राजनांदगांव के कोतवाली थाना क्षेत्र में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारी आदेशराज भावे को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आरोपी बैंक कर्मचारी ने ग्राहकों के खाते से सवा दो करोड़ गबन कर अपने अकाउंट में ट्रांसफर किया था. इतना ही नहीं कर्मचारी ने रुपयों को शेयर मार्केट में इन्वेस्ट किया था. इसकी भनक लगने पर बैंक प्रबंधन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
जानकारी के मुताबिक, आरोपी आदेशराज भावे के खिलाफ 17 जनवरी को थाना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराया गया. बताया गया कि आरोपी आदेशराज भावे सिंगल विन्डो ऑपरेटर सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा राजनांदगांव में शाखा कर्मचारी के रूप कार्यरत है.
आदेश राज भावे ने बैंक के लगभग 15 खातेदारों के खातों में उनके मोबाइल नंबर की जगह खुद का मोबाइल नंबर लिख दिया. इस तरह से सभी खातों से कुल मिलाकर 2 करोड़ 32 लाख 17 हजार रुपए निकाल लिए थे. इस वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी बैंक कर्मचारी ने खुद खरीदे गए अलग-अलग मोबाइल नंबरों का उपयोग किया था.
आरोपी बैंक कर्मचारी ने 99 लाख 150 हजार रुपये वापस कुछ खातेदारों के खाते में जमा भी कर दिए. लेकिन 1 करोड़ 33 लाख 2 हजार रुपए वह शेयर मार्केट में घाटा होने के चलते खातेदारों के खाते में जमा नहीं कर पाया.
दरअसल, मामले का खुलासा तब हुआ जब आरोपी बैंक कर्मचारी ने कुछ खातों में रुपए डालें, जिस पर बैंक द्वारा कितने रुपए कहां से आने की तस्दीक की गई. इसके बाद सारा मामला सामने आया. मामले की शिकायत के बाद आरोपी के खिलाफ गबन का आपराधिक मामला दर्ज करते हुए करवाई की गई है और आरोपी को गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर न्यायालय में पेश किया गया है.
इस मामले में राजनांदगांव की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा का कहना है कि आरोपी द्वारा खातेदारों के मोबाइल नंबर की जगह अपना मोबाइल नंबर डालकर आरोपी द्वारा IMPS के माध्यम से रुपए ट्रांसफर किए गए बैंक प्रबंधन की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.