मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 2 दिवसीय बस्तर दौरे पर हैं. जहां उन्होंने जगदलपुर के PG कॉलेज ग्राउंड में युवाओं से भेंट-मुलाकात की. इस दौरान सबसे ज्यादा सवाल रोजगार और शिक्षा पर ही हुए. साथ ही उन्होंने कई घोषणाएं भी की. इस दौरान एक छात्र ने मुख्यमंत्री से कहा कि, कका मैं राजनेता बनना चाहता हूं. आप को लोग कका कहते हैं यदि मैं नेता बनूं तो लोग मुझे भैया कहें.
मुख्यमंत्री ने युवाओं से बात करते हुए कई घोषणाएं भी की
- अबूझमाड़ के छात्रों ने लाइब्रेरी और आउटडोर ग्राउंड की मांग की है. CM ने दोनों खोलने की घोषणा की है.
- वहीं सुकमा के एग्रीकल्चर छात्रों ने कॉलेज की मांग की है. जिस पर CM ने कॉलेज खोलने की घोषणा की है.
- बीजापुर के भोपालपटनम के कॉलेज में बाउंड्रीवॉल, हॉस्टल निर्माण की घोषणा की गई.
CM को सुनने और उनसे बातचीत करने के लिए पूरे संभाग से करीब 5 हजार युवा पहुंचे हैं. युवाओं के कार्यक्रम को देखते हुए जगह-जगह भेंट-मुलाकात की होडिंग भी लगाई गई है. जिसमें लिखा है ‘वाट्सअप कका’.
युवाओं के सवाल, मुख्मंत्री के जवाब
कृतिका निषाद- राजनीति की छात्रा, बस्तर- कका आप खिलाड़ियों के लिए जो काम रहे हैं वो अच्छा है. हमारा बस्तर संभाग काफी बड़ा है लेकिन पाठ्यक्रम नहीं है.
जवाब- मैंने घोषणा की है. संभाग के सारे जिले में B.Ed-M.Ed के कॉलेज खुलेंगे. 15 साल तक प्रोफेसर की भर्ती नहीं हुई. अब भर्ती होगी.
निखिल तिवारी, एग्रीकल्चर स्टूडेंट- 6 साल से एग्रीकल्चर में एक भी पोस्ट नहीं आया है. फेसबुक, ट्विटर में जॉब के लिए पोस्ट डला था. लेकिन, 2 घंटे में पोस्ट को डिलीट कर दिया गया.
जवाब- व्यापम में 41 हजार पदों की परीक्षाएं हो रही है. मैं इस मामले को खुद देख रहा हूं. यदि किसानों की माली हालत सुधारना है यो शासकीय सेवा में आकर सुधरेगी, यह गलत है. प्राइवेट सेक्टर में भी बहुत गुंजाइश है. मैं पोस्ट के लिए अभी फोन लगाकर पता लगा रहा हूं.
बाल मुकुंद, दंतेवाड़ा- पहले भी LLB कॉलेज की मांग किए थे. अब तक मांग पूरी नहीं हुई है।
जवाब- कोशिश करने वालों की हार नहीं होती. कोशिश करेंगे खोलने की.
रीना राजपूत, कोंडागांव- मैं एक रेसलर हूं. कुश्ती खेलते हुए 11 साल हो गए हैं. बच्चों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. बाहर जाकर ट्रेनिंग नहीं ले पा रहे हैं. जिम और ट्रेनर की व्यवस्ता की जाए.
जवाब- हमारी सरकार बनी उस समय केवल 2 अकादमी थी. अब 8 अकादमी खुलने वाली है. कोंडागांव में भी व्यवस्था करेंगे.
बस्तर के दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, कांकेर, कोंडागांव और बस्तर जिले से युवा पहुंचे हैं. हर जिले से करीब एक-एक हजार युवाओं को लाने का लक्ष्य रखा गया था. युवाओं ने बताया कि, मुख्यमंत्री से मिलने और उन्हें सुनने बड़े उत्साहित थे. अब उनसे बात कर काफी अच्छा लग रहा है.