छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लोगों से 10 लाख 50 हजार रुपए से अधिक की ठगी की गई है. आरोपी ने खुद को इन्फ्लेट क्रिप्टो कंपनी का CEO बताया और पैसे जमा करने पर अधिक लाभ दिलाने का झांसा दिया. रुपए जमा करने के बाद आरोपी अपनी कंपनी समेट कर गायब हो गया. तब परेशान लोगों ने पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है. मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है.
जानकारी के मुताबिक गली निवासी गोपेश्वर प्रसाद साहू (41) जिला पंचायत कार्यालय में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं. उसने अपनी शिकायत में बताया कि तीन-चार साल पहले उसकी मुलाकात देवरी बालोद निवासी राजेन्द्र कुमार बंजारे से हुई थी. उसने खुद को क्रिप्टो करेंसी का CEO बताकर पैसे इंवेस्ट करने को कहा. उसने बताया कि उसकी कंपनी में पैसे लगाने पर ज्यादा फायदा होगा.
पीड़ित गोपेश्वर प्रसाद कथित CEO के झांसे में आकर पैसे कमाने के लालच में पड़ गया. उसने किश्तों में राजेंद्र कुमार को पैसे दिए. उसके साथ-साथ दूसरे लोगों ने भी पैसे किश्तों में जमा कर दिया. राजेन्द्र ने बताया था कि, कंपनी का ऑफिस दुर्ग में बनने वाला है.
गोपेश्वर ने पुलिस को बताया कि उसके साथ शरद मिश्रा, विक्की जसवानी, सत्यदेव गुप्ता, गोपाल दत्ता, सुनील गुप्ता, रवि बंजारे, शेख ताजिम, पी पन्नालाल, नरेंद्र जायसवाल, सजीव निषाद, मनीष शर्मा सहित अन्य लोगों ने भी राजेंद्र को रुपए दिए थे. आरोपी कुल 10 लाख 50 हजार से अधिक रुपए लेकर गायब हो गया है. जमाकर्ताओं ने उसे ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिला. जिससे परेशान होकर पुलिस से शिकायत की. पुलिस धोखाधड़ी का केस दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुट गई है.