लंबित मांग पूरी नहीं होने पर छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जुलाई से हड़ताल पर रहेंगे. इसे लेकर संभाग स्तरीय सम्मेलन बिलासपुर में घोषणा की गई.
प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की संभागीय बैठक में बिलासपुर संभागीय अध्यक्ष विकास कुमार यादव व प्रांताध्यक्ष आलोक मिश्रा ने संयुक्त बयान जारी करते हुए बताया की मीटिंग में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि 4 जुलाई से संघ के सदस्य राज्य में अनिश्चित कालीन आंदोलन करेंगे.
संभाग अध्यक्ष यादव ने बताया कि समय-समय पर राज्य के स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगों को लेकर शासन को अवगत कराया गया है तथा समय-समय पर आंदोलन व पत्राचार कर ध्यान आकृष्ट कराया गया. लेकिन शासन में इस संबंध में कोई संज्ञान नहीं लिया गया. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को वर्षों से केंद्रीय वेतनमान प्रदाय नहीं किया जा रहा है. कोविड काल में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने पूरी निष्ठा से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर कोविड महामारी को नियंत्रण करने में सफलता पाई इस दौरान कई कर्मचारी को अपनी जान भी गंवानी पड़ी. परंतु सरकार द्वारा घोषणा के बाद भी किसी प्रकार की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि का वितरण नहीं किया गया.
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रमुख मांगों में समस्त कर्मचारीयों को केंद्रीय वेतनमान, कर्मचारियों को पुलिस विभाग की तरह 13 माह का वेतन, टेक्नीकल कर्मचारियों के लिए एक वर्षीय पैरामेडिकल कोर्स के स्थान पर 3 वर्षीय स्नातक फोर्स प्रारंभ किया जाए. सभी एकल पदों वाले कैडरों के लिए प्रमोशन चैनल बनाया जाए तथा अन्य मांगे हैं. बैठक में उपप्रांताध्यक्ष अश्वनी गुर्देकर, विशांत नायर, सरिता सिंह, महामंत्री सैय्यद असलम, प्रांतीय सचिव सुनैना सिंह, सतीश पसेरिया, जी़ मोहन राव, अन्नू राव, दुर्ग संभाग के अध्यक्ष अजय नायक, रेडियोग्राफर प्रकोष्ठ संतोष देंवागन, फार्मासिस्ट प्रकोष्ठ रमाशंकर साहू सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी प्रकोष्ठ सोहन कुंभकार, एनएचएम प्रकोष्ठ प्रांतीय संयोजक अनिल गढ़ेवाल, चतुर्थ संवर्ग रोशनी इंग्ले, सुभाष रावटे वाहन चालक प्रकोष्ठ, ईश्वर साहू बलौदाबाजार भाटापारा जिला अध्यक्ष कुबेर साहू अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे.