छत्तीसगढ़ में मानसून की देरी से लोग गर्मी से परेशान हैं. मौसम विभाग ने अगले आज सरगुजा, जशपुर, बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर, रायपुर, बलौदा बाजार, महासमुंद, दुर्ग और राजनांदगांव जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, रायगढ़, बालोद, बेमेतरा और कांकेर जिले येलो अलर्ट जारी किया गया है.
इसके अलावा 24 घंटों के लिए 12 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी हवाओं के आने का सिलसिला जारी है. राजस्थान से गर्म हवाएं आ रही हैं. इसलिए लू के हालात बन रहे हैं.
मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार जांजगीर जिले में 16 और 17 जून को अधिकतम तापमान 46.4 डिग्री तक पहुंच गया था. लेकिन 45 साल पहले 3 जून 1978 को अब तक की सर्वाधिक गर्मी पड़ी थी. इस दिन जिले का अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. मौसम विभाग के अनुसार यह अब तक का सबसे अधिक गर्मी दिन है.
मौसम इन दिनों बहुत तेज तेवर दिखा रहा है. नौतपा को गर्मी के दिनों में सर्वाधिक तेज तपने वाला माना जाता रहा है, लेकिन इस साल नौतपा में धूप इतना नहीं तपी जैसी अपेक्षा की जाती है. लेकिन इसके बाद सूरज का तेवर एकदम बदल गया है. आषाढ़ के पहले दिन ही जिले में हल्की बारिश हुई, इसके बाद से बारिश हो ही नहीं रही है, जबकि समुद्री तूफान बिपरजॉय तहलका मचा रहा है, लेकिन एक द्रोणिका उप हिमालयीन पश्चिम बंगाल से ओडिशा तक 0.9 किमी ऊंचाई तक विस्तारित होने के कारण मौसम गर्म बना हुआ है. इसके कारण जिले में लगातार लू जैसी स्थिति बनी हुई है. जून माह के पिछले 20 दिनों में तो सात दिन जांजगीर जिले में तापमान 45 प्लस रहा यानी इतने दिन लू चली. हालांकि रविवार 18 जून को तापमान में दो डिग्री गिरावट आई थी. इससे पहले शुक्रवार को 46.2 डिग्री तापमान था तो शनिवार को तापमान 46.4 डिग्री रहा.
प्रदेश में अधिकतम तापमान में अगले दो दिन खास बदलाव की संभावना नहीं है. दो दिन बाद तापमान में 2-3 डिग्री गिरावट की संभावना है. मध्य छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में भीषण लू चलने के संकेत हैं. यहां रात में अपेक्षाकृत अधिक गर्म होगी. फिलहाल मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकुल परिस्थितियां बनी हुई है और उम्मीद की जा रही है कि दो दिन के बाद छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री हो सकती है.