मेडिकल कॉलेजों में MBBS कोर्स में प्रवेश के लिए चल काउंसिलिंग में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है. दूसरे राउंड की आवंटन सूची में खाली सीटों की तुलना में 4 गुना छात्रों के नाम हैं. पहले राउंड के बाद MBBS की 345 सीटें खाली थीं, जिसके लिए 1359 छात्रों की सूची जारी की गई है. इस सूची में उन छात्रों के नाम भी है, जिन्होंने पहले राउंड में एडमिशन ले लिया है. गलती का पता चलने के बाद काउंसिलिंग कमेटी ने सूची रद्द कर दी है. नए सिरे से आवंटन सूची जारी करने की तैयारी में है.
प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग तय शेड्यूल से काफी पीछे चल रही है. दूसरे राज्यों में जहां तीसरे राउंड की काउंसिलिंग पूरी हो चुकी है, वहीं प्रदेश में दूसरे राउंड की काउंसिलिंग पूरी नहीं हो पाई है. इसमें भी गड़बड़ी सामने आई है. इसके बाद दूसरे राउंड से जारी आवंटन सूची अवैध हो गई है. यह लिस्ट मंगलवार की रात करीब 9 बजे DME की वेबसाइट पर अपलोड की गई थी.
अधिकारियों को गलती का पता तब चला, जब कॉलेजों से खाली सीटों की तुलना में 4 गुना ज्यादा आवंटित करने की शिकायत की गई. इसके बाद अधिकारी गलती छिपाने के लिए लीपापोती करने में जुट गए. अफसर इस गलती का ठीकरा छात्रों पर ही फोड़ रहे हैं. उनका कहना है कि पहले राउंड में प्रवेश लेने वाले छात्रों ने ही दूसरे राउंड में च्वाइस फिलिंग की है. इसलिए उन्हें सीट आवंटित हो गई है. हालांकि, अफसरों की यह बात समझ से परे हैं. क्योंकि, ऐसा कभी नहीं होता कि प्रवेश लेने वाले छात्र फिर से उसी कॉलेज में प्रवेश के लिए च्वाइस फिलिंग करें.
दूसरे राउंड में प्रवेश के लिए छात्रों के पास 23 सितंबर की शाम 5 बजे तक का समय है. बुधवार का एक दिन बर्बाद हो गया. क्योंकि, संशोधित आवंटन देर शाम तक सूची जारी नहीं हो सकी थी. अब छात्रों को तीन दिनों में दस्तावेजों के सत्यापन के साथ मेडिकल सर्टिफिकेट भी तैयार करना है.