जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी (JCCJ) पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष रेणु जोगी करीब डेढ़ साल के बाद गौरेला पहुंचीं. कोटा विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर रही हैं. यहां मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि खराब सेहत की वजह से पिछले कई महीनों से वे क्षेत्र में नहीं आ पा रही थीं. उन्होंने आने वाले विधानसभा चुनाव समेत कई मुद्दों पर पत्रकारों से बातचीत की.
रेणु जोगी ने लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह के निष्कासन को काफी दुखद बताया. उन्होंने कहा कि इस फैसले पर दस्तखत करना मेरे लिए काफी कठिन था. बता दें कि विधानसभा में विधायक दल के नेता धर्मजीत सिंह को JCCJ ने 2022 में 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था. इसके लिए जोगी कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष को लिखित में पत्र सौंपा था. उस वक्त JCCJ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा था कि धर्मजीत सिंह पर अनुसूचित जाति, जनजाति, गरीब अति पिछड़ा वर्ग समाज की उपेक्षा के साथ ही पार्टी के संस्थापक अजीत जोगी के सिद्धांतों के खिलाफ काम करने की लगातार शिकायतें मिल रही थीं.
कोटा विधायक ने कहा कि अभी तक कांग्रेस की तरफ से विलय का कोई भी प्रस्ताव नहीं आया है. JCCJ का कांग्रेस में विलय हो भी नहीं सकता है. अब तो मेरी आदत भी विपक्ष में रहने की हो गई है, जिससे मैं संतुष्ट हूं. उन्होंने बताया कि हाल ही में JCCJ की बड़ी बैठक हुई है, जिसमें चुनाव समिति का गठन किया गया है. पार्टी की चयन समिति ही ये तय करेगी कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा. रेणु जोगी ने ये भी कहा कि परिवार के कितने सदस्य चुनाव लड़ेंगे, ये बाद में पता चलेगा, हालांकि कोई न कोई सदस्य चुनाव जरूर लड़ेगा.
बता दें कि साल 2006 के उपचुनाव में रेणु जोगी पहली बार कोटा विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुई थीं. उसके बाद उन्होंने साल 2013 और 2008 का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर जीता था. उस वक्त राज्य में भाजपा की सरकार थी और कांग्रेस विपक्ष में थी. 2018 में रेणु जोगी ने कांग्रेस छोड़ दिया और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) पार्टी से चुनाव लड़ा. उन्होंने चुनाव में जीत दर्ज की.
2018 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी. ऐसे में रेणु जोगी का पूरा कार्यकाल विपक्ष के विधायक के रूप में ही बीता है. रेणु जोगी अनारक्षित सीट कोटा से चुनाव लड़ती हैं, जबकि अब तक उनके पति और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीट मरवाही से चुनाव लड़ते थे. रेणु जोगी के बेटे अमित जोगी भी अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीट मरवाही से चुनाव में खड़े होते हैं.