कांकेर लोकसभा सीट से BJP सांसद मोहन मंडावी ने विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि, मैं खुद मना कर रहा हूं, मुझसे बोला गया था लड़ने के लिए लेकिन मैं लोकसभा में ही ठीक हूं. पहली लिस्ट में BJP दुर्ग से सांसद विजय बघेल को टिकट दे चुकी है.
21 नामों की पहली लिस्ट जारी करने के बाद से दूसरी लिस्ट के लिए BJP में बैठकों का दौर जारी है. इसमें कई नाम लगभग तय हो गए हैं. वहीं मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए BJP ने 3 केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसदों को टिकट दिया है. ऐसे में छत्तीसगढ़ बीजेपी की दूसरी सूची आने से पहले कांकेर सांसद मोहन मंडावी का ये बयान अहम है.
कांकेर विधानसभा सीट से BJP ने आशाराम नेताम को टिकट दिया है. इस सीट से फिलहाल शिशुपाल शोरी कांग्रेस से विधायक हैं. 2018 में उन्होंने BJP के हीरा मरकाम को हराया था. माना जा रहा था कि उन्हें कांकेर की बाकी 2 सीटों में से कहीं टिकट दिया जा सकता है. इसके अलावा कांकेर लोकसभा का हिस्सा बालोद जिले में भी आता है. जहां 1 आरक्षित और 2 अनारक्षित विधानसभा सीटें है. लिहाजा मंडावी के समर्थकों को उम्मीद थी कि उन्हें बालोद जिले से भी टिकट मिल सकती है.
छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित कांकेर लोकसभा सीट बस्तर, रायपुर और दुर्ग संभाग के अलग-अलग जिलों का हिस्सा है. सांसद मोहन मंडावी इसी कांकेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं. वो काफी सक्रिय सांसद माने जाते हैं. इसलिए उनके समर्थकों का कहना था कि उन्हें किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहिए. लेकिन उन्होंने मीडिया के सामने विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. मंडावी ने सीधा-सीधा जवाब दिया और कहा कि पार्टी तो चुनाव लड़ाना चाहती है लेकिन मेरे लिए लोकसभा ही ठीक है.