छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक युवक ने अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी और दोस्तों के साथ मिलकर शव जंगल में दफना दिया. फिर लड़की के परिजनों को फोन कर 15 लाख रुपए की फिरौती भी मांगी. पुलिस आरोपियों को तलाश कर रही थी, लेकिन 2 माह बाद आरोपियों ने कटघोरा कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
पुलिस ने बताया कि, बांगो क्षेत्र निवासी कृष्णा विश्वकर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें बताया था कि उनकी बेटी संतोषी विश्वकर्मा (29) 28 सितंबर को सिलाई सीखने की बात कहकर घर से गई थी, फिर नहीं लौटी. कुछ दिनों बाद उनकी बेटी के मोबाइल से कॉल आया कि बेटी को जिंदा देखना चाहते हो तो 15 लाख रुपए देने होंगे.
कॉल करने वालों ने धमकी दी कि रुपए नहीं मिले तो बेटी को मार देंगे. पुलिस ने जांच शुरू की तो संतोषी का पाली तानाखार निवासी सोनू (31) से प्रसंग का पता चला. मोबाइल ट्रेसिंग में संतोषी और सोनू की लोकेशन भी एक मिली. इस पर पुलिस ने दबिश दी, लेकिन आरोपी नहीं मिला. बच छिपते रहे, लेकिन जब लगा की नहीं बचेंगे तो सरेंडर कर दिया.
पुलिस 2 माह से आरोपियों की तलाश कर रही थी, लेकिन पकड़ नहीं सकी. आरोपियों के कोर्ट में सरेंडर करने की सूचना पर पुलिस पहुंची और रिमांड ली. पुलिस पूछताछ में सोनू ने पूरी वारदात का खुलासा किया. उसने यह भी बताया कि अपने 4 अन्य साथियों के साथ मिलकर उसने वारदात को अंजाम दिया था.
पुलिस को सोनू ने बताया कि, उसका संतोषी से 5-6 साल से प्रेम प्रसंग था. संतोषी उस पर शादी का दबाव बना रही थी. इस पर उसने साजिश रची और 28 सितंबर को संतोषी को मिलने के लिए बुलाया. फिर पाली तानाखार ले गया. कुछ दिन साथ रहने के बाद उसने संतोषी की गला घोंटकर हत्या दी.
संतोषी की हत्या के बाद जब सोनू को लगा कि वह अकेले लाश ठिकाने नहीं लगा पाएगा तो उसने पाली में रहने वाले अपने दोस्त को बुलाया. उसने अपने 3 अन्य दोस्त बुलाए. इसके बाद पांचों ने मिलकर संतोषी का शव जंगल में ले जाकर दफना दिया. इसके बाद उन्होंने फिरौती की रकम मांगी.
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि आरोपियों ने संतोषी के शव को पाली के झरिया जंगल में दफनाया था. CDR की मदद से पुलिस ने हर एंगल से तफ्तीश की, जिसमें हत्या की जानकारी सामने आई. मुख्य आरोपी प्रेमी सोनू समेत पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया है. आरोपियों में सोनू लाल साहू, संदीप भोई, विरेन्द्र भोई, सुरेन्द्र भोई और जीवा शामिल है.