छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने बुधवार को सभी मंत्रियों के साथ वन टू वन चर्चा की. सत्ता और संगठन के बीच तालमेल बिठाने के लिए ये कवायद की गई. जहां सभी मंत्रियों को एक-एक कर चर्चा के लिए बुलाया गया. जानकारी के मुताबिक इस दौरान सरकार के कामकाज की समीक्षा तो की ही गई, साथ ही कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक के आधार पर कई सवालों के जवाब भी मंत्रियों से लिए गए. इसके अलावा इन दिनों नाराज चल रहे मंत्रियों से भी कई मुद्दों को लेकर कुमारी सैलजा ने खुलकर चर्चा की.
प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. कहा जा रहा है कि सभी 90 सीटों को लेकर पार्टी का अंदरूनी सर्वे पूरा हो गया है और अब नए सिरे से समीकरण तैयार किए जा रहे हैं. जिनमें विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों के चयन से लेकर चुनाव लड़ने की तैयारी और फंड मैनेजमेंट को लेकर भी पार्टी स्तर पर प्लान तैयार किया गया है, जिसमें मंत्रियों की बड़ी भूमिका रहने वाली है. लिहाजा वन टू वन चर्चा के दौरान इन तमाम पहलूओं पर बातचीत की गई.
बैठक में कुमारी सैलजा ने सत्ता और संगठन के बीच बेहतर तालमेल को लेकर भी निर्देश दिए हैं. साथ ही मंत्रियों के प्रभार क्षेत्र और उनके विधानसभा क्षेत्रों के संबंध में भी इस दौरान विस्तृत चर्चा की गई. इस वन टू वन चर्चा को लेकर मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि समय-समय पर समीक्षा बैठकें होती रहती है. बैठक में चुनाव की रणनीति को लेकर चर्चा की जा रही है. साथ ही राज्य सरकार के कामकाज को जनता तक पहुंचाने को लेकर भी चर्चा हुई है.
प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा से चर्चा के लिए सबसे पहले वन मंत्री मोहम्मद अकबर राज्य अतिथि गृह पहुना पहुंचे। इसके बाद नगरीय प्रशासन मंत्री शिव कुमार डहरिया और फिर आबकारी मंत्री कवासी लखमा से भी चर्चा की गई. स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया, पीएचई मंत्री गुरू रूद्र कुमार, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से भी चर्चा हुई.
प्रदेश के तमाम मंत्रियों से वन टू वन चर्चा के बाद सीएम हाउस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने सभी कैबिनेट मंत्रियों के साथ एक बैठक की है. यहां भी आगे की रणनीति को लेकर ही सभी से चर्चा की गई.