छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर महादेव सट्टा ऐप का जिन्न बाहर आ गया है. आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की FIR में पूर्व CM भूपेश बघेल का नाम आने के बाद भाजपा उन्हें घेरने में लगी है. सोमवार को भाजपा के बड़े नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भूपेश बघेल पर निशाना साधा.
डिप्टी CM अरुण साव ने कहा कि, भूपेश बघेल के कार्यकाल में जांच शुरू हुई. इसके बाद ही FIR हुई है, उसके बाद भी पेट में दर्द हो रहा है. वहीं कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ये महादेव जी का प्रकोप है. सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि, गूगल में 508 करोड़ टाइप करो तो भूपेश का नाम आता है.
मंत्री केदार कश्यप ने राहुल गांधी के बयान पर कहा कि, शक्ति से लड़ रहे हैं, मतलब हमारे पीएम मोदी से, जो दुनिया के सबसे ताकतवर नेता हैं. उनके सामने राहुल गांधी की बिसात ही क्या है? जिस तरीके से उनके पूरे परिवार ने, पूरे देश की राजनीति में अपना दबदबा कायम रखा उसके बावजूद भी उन्हें अपनी सीट बचाने के लिए दूसरे राज्य में जाना पड़ रहा है. जनता इसका हिसाब लेगी.
बिलासपुर में जिला भाजपा कार्यालय में डिप्टी CM अरुण साव ने कहा कि, भूपेश बघेल को आरोप लगाने के बजाए न्यायालयीन प्रक्रिया अपनानी चाहिए. वे अनाप-शनाप आरोप नहीं लगाए. उन्होंने कहा कि, FIR का लोकसभा चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है.
उन्होंने कहा कि, हम भी चाहते है महादेव ऐप मामले में जो भी दोषी हों, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो. भूपेश बघेल का आरोप बेबुनियाद है. लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 400 से अधिक सीटें मिल रही हैं. ऐसे में राजनीतिक षड्यंत्र करने का सवाल ही नहीं है.
साव ने कहा कि, कांग्रेस का इतिहास रहा है राजनैतिक दुर्भावना से काम करने का, लेकिन भाजपा और विष्णु देव साय सरकार मोदी की हर गारंटी को पूरा करने में लगी हुई है. राजनैतिक विद्वेष से काम करने की हमारी मंशा कभी नहीं रही. भूपेश सरकार में जनता ने 5 साल देखा है और भोगा है और महसूस किया है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में किस तरह से 5 साल दुर्भावना पूर्वक कार्रवाई की गई, यह प्रदेश की जनता ने देखा है. जिस तरह से SIT गठित कर केस दर्ज किए गए और न्यायालयीन प्रक्रिया में FIR का जो बुरा हाल हुआ है, उससे कांग्रेस का चेहरा बेनकाब हुआ है.
रायपुर में कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भाजपा कार्यालय में मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि, महादेव जी का प्रकोप अब कांग्रेस पार्टी और तत्कालीन मुखिया भूपेश बघेल पर दिखाई देने लगा है. उनके नाम पर जो लूट मचाई थी, महादेव जी ने सजा देना शुरू कर दिया है.
उन्होंने कहा कि, भूपेश बघेल चोरी और ऊपर से सीना जोरी कर रहे हैं. महादेव सट्टा ऐप मामले में आंध्र और तेलंगाना में केस दर्ज के बाद छत्तीसगढ़ में FIR की थी. आज वे अपने ही बुने हुए जाल में खुद फंस गए हैं. हम जानना चाहते हैं कि महादेव ऐप से जुड़े जो लोग गिरफ्तार हुए हैं, उनसे भूपेश बघेल के क्या संबंध हैं?
हम यह भी जनना चाहते हैं कि रानू साहू, जिनके ऊपर कोयला घोटाले का आरोप है. मामला सामने आने के बाद उन्हें हटाकर अच्छी जगह पोस्टिंग किसने दी थी? छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला, कोयला घोटाला या गोठान घोटाला पीडीएस, DMF ना जाने कितने घोटाले हुए हैं.
राजनांदगांव से भाजपा सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि, महादेव ऐप मामले में आरोपी भूपेश बघेल की प्रतिक्रिया वास्तव में चोर की दाढ़ी में तिनका जैसी है. भूपेश जी को जो कहना है संबंधित एजेंसी या कोर्ट से कहना चाहिए. अनाप-शनाप राजनीतिक बयानबाजी से कुछ नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ की जनता की गाढ़ी कमाई को लूट कर इसका हिस्सा कहां तक पहुंचता था, यह अभियुक्तों के वीडियो से भी सामने आया है. ED की जांच में स्पष्ट रूप से सामने आया था की असीम दास नामक व्यक्ति के कब्जे से जो ₹5.39 करोड़ बरामद किए गए थे, उसे भूपेश बघेल को पहुंचाने के लिए दिया गया था.
इसी तरह से जो वीडियो शुभम सोनी का दुबई से जारी हुआ था. उसमें भी करोड़ों की रकम अभियुक्त भूपेश बघेल को देने की बात सामने आई थी. आज भी आप गूगल पर 508 करोड़ टाइप करें तो भूपेश जी के कारनामें सामने आएंगे. सांसद ने कहा कि, युवाओं से की गई ठगी और लूट बर्दाश्त के काबिल नहीं है.
उन्होंने कहा कि, कांग्रेस सरकार में शक्तिशाली रहे नेताओं और अफसरों पर अन्य मामलों में भी लगाए गए आरोप इतने अधिक मजबूत हैं कि सुप्रीम कोर्ट तक इन्हें जमानत नहीं दे रहा है. महीनों से सभी जेल में बंद हैं. बार-बार जमानत मांगने पहुंचने पर सुप्रीम कोर्ट ने तो कोयला घोटाले की अभियुक्त पर ₹1 लाख का जुर्माना भी लगा दिया था.