रविवार को रायपुर के राजीव भवन में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई. बैठक में प्रत्याशियों की नाम को लेकर मंथन हुआ. सभी 90 सीटों के लिए प्रत्याशी के नामों पर चर्चा हुई. जिसे CEC को भेजा जाएगा.
स्क्रीनिंग कमेटी में अधिकांश नामों पर सहमति बन गई है. केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन नामों पर मुहर लगेगी. जिसके बाद कांग्रेस की पहली लिस्ट भी जारी होगी.
बैठक के बाद स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि, 90 सीटों के टिकटों पर विस्तार से चर्चा हुई है. एकजुटता के साथ होमवर्क यहां इलेक्शन कमेटी ने किया है.
बैठक शुरू होने के दौरान राजीव भवन के बाहर दावेदारों की भीड़ नजर आई. सभी दावेदार बायोडाटा लेकर पहुंचे. साथ ही बैठक में जाने के दौरान CM भूपेश बघेल और डिप्टी CM को भी वे अपना पेपर देने की भी कोशिश करते दिखे. हालांकि CM पेपर बिना लिए कार्यालय में प्रवेश कर गए.
प्रदेश भर से 2800 आवेदन प्राप्त हुए थे. कांट-छांट के बाद अब करीब 200 नाम बचे हैं. 40 सीटों पर सिंगल नाम हैं बाकी के 50 सीटों पर 2-3 नामों का पैनल है. बैठक में इन्हीं पैनल को लेकर चर्चा हुई. सभी सीटों पर सिंगल नाम तय कर के सूची केंद्रीय स्क्रीनिंग कमेटी के पास भेज जाएगा. स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री निवास में कोर ग्रुप की भी बैठक हुई.
बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश, अध्यक्ष दीपक बैज, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, उप मुख्यमंत्री TS सिंह देव, विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत, मंत्री शिवकुमार डेहरिया, कमेटी के सदस्य नेटा डिसूजा शामिल हुए.
जिन-जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने होते हैं. वहां के लिए कांग्रेस एक स्क्रीनिंग कमेटी बनाती है. ये कमेटी ही प्रत्याशियों के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. कौन उम्मीदवार होगा और कौन नहीं है, ये कमेटी ही निर्धारित करती है. इस कमेटी में हमेशा बाहर के ही नेताओं को प्राथमिकता दी जाती है ताकि पक्षपात और भाई भतीजावाद की बात न हो. कमेटी सभी विधानसभा क्षेत्रों से तीन-तीन नामों की लिस्ट, सर्वे सूची, जातीय समीकरण के आधार पर तैयार कर करके संगठन के केन्द्रीय चुनाव समिति को भेजती है. इसके बाद यहां से अंतिम सूची पर मुहर लगती है.