डोंगरगढ़ के मेहुल लखानी तिरंगा लिए उल्टे पांव चलकर भारत भ्रमण पर निकले हैं. डोंगरगढ़ से 3 दिन पहले यात्रा शुरू की. अब 80 किलोमीटर चलकर सोमवार को भिलाई के पावर हाउस पहुंचे. मंगलवार सुबह फिर रायपुर के लिए निकल पड़े हैं. यहां CM साय से मुलाकात कर अयोध्या के लिए आगे बढ़ेंगे. मेहुल इससे पहले MP से भूटान, नेपाल तक साइकिल से 46 हजार KM की यात्रा कर चुके हैं, जो 27 महीनों में तय हुआ था. मेहुल मां को 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन कराना चाहते हैं.
मीडिया से बातचीत में मेहुल ने बताया कि उन्होंने यह यात्रा राष्ट्रीय वंदन और राष्ट्रीय चेतना को लेकर शुरू की है. ताकि लोग स्वास्थ्य, प्रकृति और संस्कृति के प्रति जागरूक रहे.
मेहुल ने बताया कि वह मध्यप्रदेश में विद्या भारती अध्यापक रह चुका है. उसने बताया कि उल्टा भारत भ्रमण करने के बारे में जब उसने गूगल में सर्च किया और पढ़ा तो पता चला कि भारत में अब तक किसी ने भी ऐसा नहीं किया.
अमेरिका में 91 वर्ष पहले 1931-32 के दौरान एक अमेरिकन ने पीछे की दिशा में चलते हुए विश्व रिकॉर्ड बनाया था. अब मेहुल इस विश्व रिकॉर्ड को तोड़कर भारत के लिए यह उपलब्धि हासिल करेगा.
मेहुल ने इस अनोखी यात्रा के दौरान अपनी मां की इच्छा पूरी करने की भी बात कही है. उन्होंने कहा कि वो सरकार या जन सहयोग से किसी वाहन में अपनी मां को बैठाएंगे. इस तरह वो अपनी मां को देखते हुए उल्टे कदम चलकर भारत भ्रमण कर पाएंगे और मां को 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन भी करा कराएंगे.