छत्तीसगढ़ में नवनियुक्त राज्य शासन मंत्री मोहन मरकाम ने पद मिलते ही काम संभाल लिया है. शनिवार को छुट्टी के दिन ही वह न्यू सर्किट हाउस में विभागीय अधिकारियों की बैठक ली. पहली बैठक में ही उन्हाेंने अफसरों को नसीहत देते हुए कहा कि विभाग में पारदर्शिता के साथ काम करना है.
इस दौरान उन्हाेंने विभागीय अधिकारियों का परिचय भी लिया और विभागीय योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली. मरकाम ने कहा कि विभाग में अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्प संख्यक वर्ग के जनसंख्या का 85% से अधिक का उनके हितार्थ का योजना संचालित हैं. उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता के साथ संचालित करना है.
इस मौके पर आदिम जाति व अनुसूचित जाति विकास विभाग के सचिव डीडी सिंह और आयुक्त शम्मी आबिदी ने विभागीय योजनाओं के तहत आदर्श एकलव्य आवासीय विद्यालय, प्रयास आवासीय विद्यालय, छात्रावास-आश्रम संचालन, शिष्यवृत्ति और छात्रवृत्ति वितरण, युवा कैरियर निर्माण, वन अधिकार पत्रों का वितरण, संविधान के अनुच्छेद 275 (1), विशेष केंद्रीय सहायता, अनुसूचित जाति उपयोजना, आदि आदर्श ग्राम योजना, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, क्रीड़ा परिसर, राहत योजना, निर्माण कार्य की प्रगति से अवगत कराया.
बैठक में संयुक्त सचिव सुरेश दुबे, अपर संचालक संजय गोंड़, जितेन्द्र गुप्ता, आरएस भोई, एआर नवरंग, उपायुक्त प्रज्ञान सेठ, संयुक्त संचालक जीआर. मरकाम, रायपुर के सहायक आयुक्त तारकेश्वर देवांगन भी मौजूद रहे. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करके मंत्री डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम की जगह कोंडागांव के विधायक मोहन मरकाम को इस विभाग का दायित्व सौंप दिया है. यह मरकाम की पहली बैठक रही.