छत्तीसगढ़ में बस्तर के अलग-अलग विधानसभा के कुल 24 नेताओं को नक्सलियों से खतरा है. इसलिए अब केंद्र सरकार ने उन्हें ‘X’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई है. चुनाव प्रचार के लिए इन नेताओं के साथ दो सशस्त्र जवान तैनात रहेंगे. हालांकि यह सुविधा उन्हें सिर्फ 31 दिसंबर 2023 तक ही मिलेगी.
सुरक्षा पाने वालों में दंतेवाड़ा के सबसे ज्यादा 10 नेता शामिल हैं. इनमें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कमला विनय नाग, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीष सुराना, भाजपा के जिला महामंत्री संतोष गुप्ता और धीरेंद्र प्रताप सिंह समेत अन्य नेता हैं. कुछ ब्लॉक स्तर के भी नेता हैं, जिन्हें सुरक्षा प्रदान की गई है.
इसके अलावा बीजापुर के 9 नेताओं को भी सुरक्षा मिली है. इनमें भाजपा के जिला उपाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, कमलेश मंडावी, लव कुमार रायडू, छत्तीसगढ़ युवा मोर्चा के सदस्य फूलचंद गागड़ा समेत अन्य नेता शामिल हैं. कई नेताओं का अंदरूनी गांवों में आना जाना भी लगा रहता है. इस लिहाज से उन्हें सुरक्षा उपलब्ध करवाना भी जरूरी माना जा रहा है.
सुकमा के BJP जिलाध्यक्ष धनीराम बारसे और युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष संजय सोढ़ी को सुरक्षा मिली है. जबकि कोंडागांव से सिर्फ एक ही नेता को X श्रेणी की सुरक्षा में रखा गया है. कांकेर से देवलाल दुग्गा और भरत मतियार को एक्स श्रेणी की सुरक्षा दी गई है.
एक्स श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था के तहत VIP के साथ दो कमांडो जवान तैनात रहते हैं. इस व्यवस्था के बारे में कहा जा सकता है कि यह एक प्रकार की प्रथम स्तर की सुरक्षा प्रणाली है. अगर अलर्ट गंभीर है, तो इस श्रेणी को छोड़कर वाई श्रेणी या अन्य दूसरी श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की जाती है.
साल 2023 में 5 BJP नेताओं की मौत, 4 को नक्सलियों ने मारा
- 16 जनवरी 2023 को बस्तर जिले में भाजपा नेता और पूर्व सरपंच बुधराम करटाम की संदिग्ध हालत में मौत हुई थी. घर से कुछ दूरी पर ही BJP नेता का शव मिला था. भाजपा ने इसे हत्या बताया था.
- 5 फरवरी 2023 को बीजापुर जिले के आवापल्ली इलाके के एक अंदरूनी गांव में मंडल अध्यक्ष नीलकंठ कक्केम को माओवादियों ने मार डाला था.
- 10 फरवरी 2023 को नारायणपुर के छोटे डोंगर में BJP के जिला उपाध्यक्ष सागर साहू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
- 11 फरवरी की शाम इंद्रावती नदी पार भाजपा नेता रामधर की हत्या की गई. रामधर दंतेवाड़ा जिले के रहने वाले थे.
- 28 मार्च की रात नारायणपुर के एक गांव में रामजी दोदी की हत्या कर दी थी.
युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह ने कहा कि, झीरम कांड के बाद मुझे ‘Z’ श्रेणी की सुरक्षा मिली थी. जिसमें 22 जवान तैनात थे. लेकिन, इस चुनाव से पहले 20 जवानों को वापस बुला लिया गया और सिर्फ 2 जवान ही सुरक्षा में तैनात हैं.
उन्होंने आगे कहा कि, चुनाव का समय है. जब 22 जवान मेरे साथ थे जब SP सुरक्षा का हवाला देकर कई इलाकों में मुझे जाने से रोकते थे, अब सिर्फ 2 जवान तैनात रहेंगे अब तो मुझे घर से भी निकलने नहीं दिया जाएगा. अजय ने कहा कि, मेरी सुरक्षा को हटाकर हत्या की साजिश रची जा रही है. हालांकि, मैंने SP को पत्र भी लिखा है.