छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में खुले में फेंके गए भोजन से भरे प्लास्टिक के फूड पैकेट्स खाकर 20 से ज्यादा गायों की मौत हो गई है. इन फूड पैकेट्स को कांग्रेस के युवा सम्मेलन में लोगों को बांटा गया था. गायों की मौत का मामला सामने आने के बाद वेटनरी डॉक्टरों की टीम वहां भेजी गई है. वहीं मंत्री कवासी लखमा का कहना है कि जो जिम्मेदार हैं, उन पर कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, तूता के मेला ग्राउंड में 2 सितंबर को युवा मितान सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस दौरान हुई राहुल गांधी की सभा में लाखों की तादाद में भीड़ पहुंची थी. यहां अलग-अलग जगहों पर पार्किंग में ही लोगों को फूड पैकेट्स बांटे गए थे, लेकिन लोगों ने वहीं खाना फेंक दिया. कई सील बंद फूड पैकेट्स यहां अब भी पड़े हुए हैं, इसकी सफाई नहीं की गई.
आशंका ये जताई जा रही है कि इलाके में घूम रहे मवेशियों ने खुले में पड़ा खराब खाना खा लिया, जिससे कई गायों की मौत हो गई. वेटनरी डॉक्टरों की टीम नया रायपुर के तूता गांव जांच करने पहुंची है. बीमार गायों की जांच की जा रही है ताकि उन्हें समय रहते बचाया जा सके. फिलहाल फूड प्वाइजनिंग की इसकी वजह बताई जा रही है.
कार्यक्रम के बाद ये बात सामने आई कि जिस कंपनी को कार्यक्रम के दौरान खाने का ठेका दिया गया था, उसने बड़ी लापरवाही की है. कंपनी ने हजारों पैकेट खाना बिना बांटे ही फेंक दिया. बताया जा रहा है कि खाना दो दिन पहले ही पैक कर दिया गया था, जिसके चलते खाना खराब हो गया था.
छत्तीसगढ़ में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले गायों की मौत का ये मामला अब तूल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि खराब खाना खाकर गायों की मौत हुई है. वहीं दूसरी ओर इस मामले में मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि क्या सही क्या गलत उसका पता लगाएंगे, जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी.