भिलाई में प्रदेश की सबसे सुंदर और हाइटेक सड़क बनने जा रही है. इस सड़क का नाम MPR रोड है. ये ऐसी पहली सड़क होगी जिसमें रोड लाइट और CCTV कैमरे तो लगेंगे ही साथ ही साउंड सिस्टम भी लगाया जाएगा. खुर्सीपार क्षेत्र की इस सड़क को कुछ इस तरीके से बनाया जा रहा है कि इसे देखने दूर-दूर से लोग आएंगे.
भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव ने बताया कि खुर्सीपार उनकी विधानसभा का क्षेत्र हैं. उन्होंने वहां काफी विकास किया, लेकिन इसके बाद भी लोग इसे पिछड़ा बोलते थे. लोगों का कहना था कि जितना विकास पटरी पार टाउनशिप में हुआ है उतना विकास पटरी उस पार नहीं हो रहा है. लोगों की मांग को देखते हुए विधायक ने खुर्सीपार और छावनी क्षेत्र की सड़कों को सुधारने के लिए कार्य किया. उन्होंने कहा कि खुर्सीपार में एक सड़क ऐसी भी होनी चाहिए, जो दुर्ग भिलाई ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ में न हो. इसके लिए उन्होंने वहां की प्रमुख रोड MPR रोड को आधुनिक तरीके से डेवलव किया है. इस रोड में जनता की सुरक्षा के लिए CCTV कैमरे तो लगे ही हैं, साथ ही बिजली के पोल पर साउंड सिस्टम भी लगाए जा रहे हैं. इन साउंड सिस्टम में भजन और प्रवचन चलाए जाएंगे, जिसे सुनकर जनता भक्ति की और आगे बढ़ेगी.
MPR रोड की खूबसूरती रात में देखते ही बनेगी. इसके लिए रोड पर लगे स्ट्रीट पोल में स्ट्रीट लाइट तो लगाए ही जाएंगे साथ ही स्ट्रीट पोल पर रंग बिरंगी रोप लाइट भी लगाई जाएगी. इसे तिरंगे के रंग से सजाया जाएगा. जब यह लाइट रात यहां की खूबसूरती और बढ़ जाएगी. इस तरह की लाइट दुर्ग के वायसेप ब्रिज में भी लगाई गई है.
सरकारी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के पास एक वर्टिकल फाउंटेन भी बनाया जा रहा है. यह भी आकर्षण का केंद्र होगा. वर्टिकल फाउंटेन भिलाई में कहीं भी अब तक नहीं लगा है.
इतना ही नहीं खुर्सीपार के श्रीराम चौक पर एयर कंडीशन बस स्टैंड बनाया जाएगा. यहां से स्कूल व काम पर जाने वाले लोग अपने बस का आराम से इंतजार कर सकेंगे. MPR रोड पर जहां-जहां बस स्टॉप की आवश्यकता है वहां पर भी बस स्टॉप बनाए जाएंगे. इससे लोगों को बारिश, धूप से निजात मिलेगी.
इधर भिलाई नगर निगम के महापौर नीरज पाल और आयुक्त रोहित व्यास ने निगम अधिकारियों की बैठक बुलाई. उन्होंने निर्देश दिया है कि निगम क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग मुख्य सड़क शहर की अन्य सड़क, गली मोहल्लों, उद्यान व तालाब में लगे विद्युत पोल का नम्बरिंग किया जाए. साथ ही सभी पोल में लाईट की जांच कर बंद लाईट को तत्काल चालू किया जाए. इस कार्य को करने के लिए सभी जोन आयुक्तों को निर्देश दिए गए हैं.