रायपुर नगर निगम ने बुधवार को 5000 लोगों को राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत स्थायी पट्टा बांटा. यह कार्यक्रम शहर के इंडोर स्टेडियम में आयोजित किया गया था. मेयर एजाज ढेबर ने कहा कि लंबे समय से शहर के नागरिकों की मांग थी ,उन्हें स्थाई पट्टा वितरित किया जाए.
शहर के 70 वार्डों के 5 हजार लोगों को स्थाई पट्टा दिया गया है. आने वाले दिनों में भी यह पट्टा वितरण का कार्य जारी रहेगा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नगरी प्रशासन मंत्री डहरिया को बधाई और धन्यवाद देता हूं. उनके सामूहिक प्रयास से प्रदेश में पट्टा वितरण का काम चल रहा है.
सरकार की ओर से झुग्गी झोपड़ी और कच्चे मकान में रहने वाले लोगों को 30 साल के लिए स्थाई दिया गया है. 30 साल की समय अवधी पूरी होने के बाद पट्टा हितग्राही फिर से अपना पट्टा रिन्यूअल करा सकते हैं. महापौर ने कहा कि जिन्हें स्थायी पट्टा मिला है, उनके चेहरे में ख़ुशी है.
अचार संहिता लगने से पहले किए जा रहे काम
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में किसी भी समय आचार संहिता लागू हो की जा सकती है. आचार संहिता लगने से पहले शिविरों के माध्यम से हितग्राहियों को पट्टा वितरित किया जा रहा है. विकासकार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण का काम भी जनप्रतिनिधियों लगातार कर रहे हैं.
शहरी क्षेत्र में पट्टा देने के लिए रायपुर नगर निगम ने अप्रैल 2022 में सर्वे की शुरुआत की थी. राज्य सरकार की ओर से जारी राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत नगर निगम क्षेत्र में 600 वर्ग फुट तक की जमीन पर रहने वाले लोगों को यह पट्टा दिया जाना था.
जिन क्षेत्र में पट्टा वितरण किया जाना था, उन लोकेशन में नगर निगम के अधिकारियों ने पात्र व्यक्तियों के नाम, भूमि का विवरण, पट्टा के लिए रकबा आदि की डिटेल जुटाई थी. डिटेल को जारी करने के बाद दावा-आपत्ति भी मंगाई गई. आपत्तियों के निराकरण के बाद पात्र व्यक्तियों की सूची जारी कर उन्हें पट्टा बांटा जा रहा है.
कार्यक्रम में महापौर एजाज ढेबर , नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, सभापति प्रमोद दुबे, पार्षद मनोज वर्मा , पार्षद मृत्युंजय दुबे समेत निगम के अधिकारी मौजूद रहे.