छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 24 फरवरी को पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ को नक्सलियों ने फर्जी बताया है. नक्सली लीडर्स का कहना है कि फोर्स ने हमारे साथी को गांव से ही पकड़ लिया था, फिर उसे गोलियों से भून दिया गया. पुलिस की बताई मुठभेड़ की कहानी झूठी है. इधर पुलिस ने बताया था कि नक्सलियों के साथ हुई गोलीबारी में एक नक्सली को ढेर किया गया है.
नक्सलियों के किस्टाराम एरिया कमेटी के सचिव राजू ने प्रेस नोट जारी किया है. राजू के प्रेस नोट में फर्जी मुठभेड़ की बात लिखी गई है. साथ ही लिखा है कि भेज्जी थाना इलाके के बुर्कालंका गांव में उनका साथी करतम भीमा (40) मौजूद था. इस दौरान पुलिस वहां पहुंच गई. गांव से ही उनके साथी करतम भीमा को पकड़ा गया. इसके बाद उसे पास के ही जंगल में ले जाकर गोलियों से भून दिया गया.
नक्सलियों का कहना है कि उस समय पुलिस ने मीडिया में बयान दिया था कि नक्सली संगठन के साथ जवानों की मुठभेड़ हुई है, जो सरासर गलत है. नक्सलियों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उनके साथी को पकड़कर मारा गया है. पुलिस ने नक्सली के शव के साथ मौके से हथियार, विस्फोटक और दैनिक उपयोग के सामान को बरामद करने का दावा किया था.