ज्यादा रकम वापसी या महंगे सामान देने का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी करने वालों का ट्रेंड अब बदल गया है. ऐसे जालसाज अब बुजुर्गों, गृहिणी और सिंगल महिलाओं को निशाना बना रहे हैं. इंटरनेट मीडिया में पहले दोस्ती फिर बदनाम करने की धमकी देकर इनसे लाखों रुपये की वसूली की जा रही है. पिछले 7 माह में केवल रायपुर जिले में ही 825 से ज्यादा ठगी की शिकायतें सामने आई हैं. इसमें 3 करोड़ से ज्यादा की ठगी की गई. पुलिस अब तक सिर्फ ₹50 लाख ही रिकवर कर पाई है. घर की गृहिणी और सिंगल महिलाओं से पहले इंटरनेट मीडिया में दोस्ती की जाती है. इसके बाद उनकी फोटो या वीडियो बना लिया जाता है.
रायपुर में ऑनलाइन ठगी के ऐसे कई केस हैं जिनमें महिलाओं ने बदनामी के डर से ठगों को लाखों रुपये दे दिए. इसी तरह सरकारी नौकरी से रिटायर होने वाले बुजुर्गों को PF या LIC की रकम दिलाने का झांसा दिया जाता है. अधिकतर बार युवतियों से वीडियो काल करवाकर उन्हें ट्रैप किया जाता है. जैसे ही वीडियो बनता उनसे बड़ी रकम मांगी जाती. शहर और समाज में बदनामी के डर से ऐसे बुजुर्ग ठगों को लाखों रुपये दे देते हैं. ठग इस तरह के लोगों को आसानी से अपने झांसे में ले लेते हैं. क्योंकि इनमें ज्यादातर किसी को भी कुछ भी बताने से डरते हैं.
शिवानंद नगर की 48 साल की महिला की दोस्ती इंटरने मीडिया के जरिये लंदन के एक युवक से हो गई. दोनों के बीच चैट पर बातचीत होने लगी. आरोपित ने विदेश से गिफ्ट और करंसी भेजने का झांसा दिया. पार्सल छुड़वाने के नाम पर महिला से ₹25 लाख ठग लिए. पूरा मामला खमतराई थाना क्षेत्र का है.
रिटायर बिजली अधिकारी से ₹60 लाख की ठगी हो गई. ठगों ने उन्हें KYC अपडेट करने का झांसा दिया. उनसे खाते की जानकारी ली और बाद में रिटायरमेंट का पूरा पैसा निकाल लिया. पुलिस ₹5 लाख ही रिकवर कर पाई. जिस नाइजीरियन ने ठगी की थी उससे पैसा मिला ही नहीं.
पंडरी थाना क्षेत्र में बुजुर्ग के खाते से ₹14 लाख पार कर दिए गए. ठग ने फोन पर अपनी बातों में बुजुर्ग को उलझा लिया और खाते से रकम उड़ा ली. प्रार्थी के पास एक ओटीपी आया था. उन्होंने अपने बैंक में जाकर कंपलेन की, तब बैंक वालों ने फोन नंबर चेंज करने की सलाह दी. शुक्रवार को बुजुर्ग ने अपने पेटीएम में मोबाइल नंबर बदलने का प्रयास किया.
कैसे करें बचाव
- किसी भी तरह के आफर और लालच में न आएं.
- अनजान व्यक्ति से फोन पर बात कर उसके बहकावे में न आएं.
- अच्छी तरह जांच करने के बाद ही किसी भी बैंक खाते में राशि डालें.
- फेसबुक, टि्वटर आइडी का पासवर्ड स्ट्रांग रखें, सरल पासवर्ड न रखें.
- कोई पैसे की मांग करता है तो पहले जांच लें या मैसेज करने वाले से फोन पर संपर्क करें.
- बैंक कर्मचारी कभी भी फोन पर डिटेल्स नहीं मांगते हैं.
- अपने आधार कार्ड और पैनकार्ड की जानकारी किसी को ना भेजें.
- अनजान नंबर से वीडियो कॉल से बचें.
ऑनलाइन ठगी के मामलों में पुलिस की सफलता दर बहुत कम है. पिछले साल 4100 ऑनलाइन ठगी की शिकायतें दर्ज की गई. ठगों ने 4 करोड़ से ज्यादा की रकम खातों से पार कर दी. पुलिस वाले इसमें सिर्फ ₹61 लाख लोगों को वापस लौटा पाए.
रायपुर साइबर सेल निरीक्षक गौरव तिवारी ने बताया कि ठगों से बचने के लिए सतर्क रहना होगा. कस्टमर केयर नंबर, वीडियो गैंग सहित मंहगे गिफ्ट के झांसे में लोग आ जाते हैं. रकम भी गवां देते हैं.