PM मोदी ने कहा, मैं सोच रहा था कि पूर्व PM मनमोहन सिंह जी क्या सोच रहे होंगे. वह कहा करते थे कि देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है, उसमें भी मुसलमानों का. अब कांग्रेस कह रही है कि आबादी तय करेगी कि पहला हक किसका होगा, यानी क्या अब अल्पसंख्यकों का हक कांग्रेस कम करना चाहती है.
मोदी ने आगे कहा कि आबादी के हिसाब से ही तय होने वाला है तो पहला हक किसका होगा. कांग्रेस वाले स्पष्ट करें कि आबादी के हिसाब से हक मिलेगा क्या, तो क्या अल्पसंख्यकों को कांग्रेस हटाना चाहती है, तो सबसे बड़ी आबादी वाले हिंदू आगे बढ़कर अपने सारे हक ले लें क्या. PM ने बिहार में जातिगत जनगणना जारी होने के एक दिन बाद जगदलपुर में संकल्प रैली के दौरान अपनी प्रतिक्रिया दी.
इससे पहले उन्होंने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को पांच सालों में अपराध का गढ़ बना दिया. यहां विकास या तो बैनर-पोस्टर में दिखता है या कांग्रेस नेताओं की तिजोरी में. चारों तरफ यहां भ्रष्टाचार का बोल-बाला है. इस सरकार को बदलना है.
PM मोदी आगे बोले, ये बदलाव सिर्फ आप कर सकते हैं. विधानसभा चुनाव में बटन कमल पर दबाना है, तभी यहां विकास धरातल पर दिखाई देगा.
मोदी के भाषण की प्रमुख बातें
पूर्व PM मनमोहन सिंह जी कहा करते थे कि देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है, उसमें भी मुसलमानों का है. अब कांग्रेस कह रही है कि आबादी तय करेगी कि पहला हक किसका होगा यानी क्या अब अल्पसंख्यकों का हक कांग्रेस कम करना चाहती है.
जब से कांग्रेस की सरकार आई है, तब छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार का बोल बाला है. यहां विकास या तो बैनर-पोस्टर में दिखता है, या तो कांग्रेस नेताओं की तिजोरी में. भाजपा की सरकार आएगी तो भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
छत्तीसगढ़ को 25 हजार करोड़ रुपए की नगरनार प्लांट की सौगात मिली है. इससे यहां के 50 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलेगा, लेकिन इस कार्यक्रम में न तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे न डिप्टी CM सिंहदेव. कांग्रेस के लोगों की यही आदत है.
छत्तीसगढ़ में अलग-अलग समाज अपना हक मांग रही है, लेकिन यहां की सरकार उनको हक देना तो छोड़ उन्हें पकड़कर जेल में डाल देती है. भाजपा की सरकार आएगी तो सभी को उनका हक मिलेगा.
कांग्रेस ने आज तक खुलासा नहीं किया है कि उसने एक देश के साथ गुप्त समाझौता की है. कांग्रेस को पार्टी के नेता नहीं चला रहे हैं. इनके बड़े नेताओं के मुंह में ताला लग गया है. पर्दे के पीछे से जो कांग्रेस को चला रहे हैं वो देश विरोधी ताकतों से जुड़े हैं.
देश के संसाधनों पर पहला हक गरीब का है. सबसे बड़ी जाति गरीब है. चाहे वो पिछड़ा हो या कोई और. कांग्रेस ने देश को सिर्फ गरीबी दी. भाजपा की मोदी सरकार के कार्यकाल में दुनिया भर में देश का मान बढ़ा.
प्रदेश में विकास का डबल इंजन फिर लगेगा तो यहां विकास की बयार बहेगी. भ्रष्टाचारी कितना भी बड़ा नेता हो, भाजपा की सरकार उसे जेल में डालेगी. छत्तीसगढ़ कह रहा है अब अऊ नहीं सहिबो. ये दारी सरकार ल बदलबलो.
कांग्रेस का एक ही मकसद, छत्तीसगढ़ की संपदा को लूटना. यहां का खनिज छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की नहीं है. बीते पांच सालों में कांग्रेस ने प्रदेश को लूट का खजाना बना दिया है. दिल्ली में बैठे इनके बड़े नेताओं के लिए प्रदेश सिर्फ ATM है. इनकी पार्टी तो यहां नौकरी में सिर्फ नेताओं और अफसरों के बच्चों को जगह देती है.
धान की कीमतों को लेकर कांग्रेस सरकार लोगों को धोखा दे रही है. समर्थन मूल्य कभी मिलता है, तो कभी नहीं मिलता. यहां आदिवासियों का शोषण अब नहीं चलेगा. यहां के लोगों के धान का दाना-दाना मोदी सरकार खरीदती है. 90 उपज को MSP के दायरे में ला चुकी है. कांग्रेस के समय ये 10-12 थी.
जगदलपुर-रायपुर रेल लाइन दोहरीकरण से यहां के लोगों और परिवहन में आसानी होगी. आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ के सभी स्टेशनों का कायाकल्प किया जाएगा. बीते 9 वर्षों में यहां के कई स्टेशनों में फ्री वाई-फाई सेवा उपलब्ध कराई. हमारी सरकार ने इस साल 10 लाख करोड़ इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़ाया.
स्टील निर्माण में देश आत्मनिर्भर हो इसलिए पिछले 9 साल में कई विकास कार्य किए. प्रदेश को इकोनॉमिक कॉरिडोर और आधुनिक हाईवे मिले. 24 हजार करोड़ रुपए नगरनार स्टील प्लांट में लगाए, तभी युवाओं को रोजगार मिलना तय हुआ है. भविष्य में प्लांट की क्षमता बढ़ाई जाएगी.
यह संयंत्र 23,800 करोड़ रु से अधिक की लागत से बनकर तैयार हुआ है. यह ग्रीनफील्ड परियोजना का संयंत्र है, जहां उच्च गुणवत्ता वाला इस्पात निर्मित होगा.
साल 2003-04 और 2008 के चुनाव में भाजपा का बस्तर में जबरदस्त वर्चस्व था. लेकिन 2013 के चुनाव में भाजपा केवल 4 सीटों पर ही सिमट कर रह गई थी. वहीं साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बस्तर की 12 में से 11 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा जमा लिया था.
दंतेवाड़ा सीट से भाजपा के प्रत्याशी भीमा मंडावी ने जीत हासिल की थी. लेकिन, लोकसभा चुनाव से पहले BJP MLA की नक्सलियों ने हत्या कर दी. जिसके बाद उप चुनाव हुआ और इस सीट को कांग्रेस ने अपने कब्जे में ले लिया. वर्तमान में बस्तर की सारी 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है.