रायपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और पावर ग्रिड कॉपरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने समझौता पत्र (MOU) पर हस्ताक्षर कर 15.50 करोड़ रुपये के विभिन्न उपकरण प्रदान करने की घोषणा की है.
बता दें कि समझौते के अंतर्गत कंपनी के CSR फंड से एक सीटी स्कैन मशीन और एक एंबुलेंस प्रदान की जाएंगी. इससे रोगियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है. कंपनी की ओर से एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर आलोक और एम्स के निदेशक डॉ. अजय सिंह ने MOU पर , ऑनलाइन हस्ताक्षर किए. MOU के अंतर्गत पावर ग्रिड की ओर से करीब 15.50 करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे, जिससे एम्स सीटी स्कैन मशीन, एंबुलेंस, एनेस्थिसिया वर्क स्टेशन्स (पांच), रिकवरी कम पेशेंट शिफ्टिंग ट्राली (20), व्हीलचेयर (100) और दो ई-रिक्शा खरीदेगा. इन सभी का प्रयोग ट्रामा, इमरजेंसी और रजिस्ट्रेशन काउंटर पर आने वाले रोगियों को सहायता प्रदान करने में किया जाएगा.
निदेशक प्रो. अजय सिंह ने कहा कि एम्स में मरीजों को अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही हैं. मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ रही हैं. इन्हें त्वरित राहत देने के लिए PSU और अन्य बड़ी कंपनियों को पावर ग्रिड की तरह आगे आकर सहायता प्रदान करनी चाहिए. प्रयास किया जा रहा है कि सभी उपकरणों को मार्च 2024 से पूर्व खरीद लिया जाए. MOU पर पावर ग्रिड के मैनेजर आरके दाश और एम्स के उप-निदेशक (प्रशासन) अंशुमान गुप्ता ने भी हस्ताक्षर किए. इस अवसर पर नागपुर के जनरल मैनेजर HP पाल, चीफ मैनेजर पिनाकी भट्टाचार्य और एम्स के जनसंपर्क अधिकारी शिव शंकर शर्मा उपस्थित थे.