रेलवे स्टेशनों पर अब भारत आटा और चावल बेचने की तैयारी है. रेलवे बोर्ड ने सभी जोन के महाप्रबंधकों को पत्र लिखकर प्लेटफॉर्म में वैन खड़ी करने के लिए जगह देने को कहा है. वैन से किसी तरह का लाइसेंस शुल्क नहीं लिया जाएगा. इस योजना की शुरुआत फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 3 माह के लिए की जा रही है. देश के रेलवे स्टेशनों के आसपास रहने वाले लोग और यात्री अब सस्ते दर पर चावल और आटा खरीद सकेंगे. दरअसल, केंद्रीय खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने भारत आटा और भारत चावल बेचने की योजना बनाई है.
इसे फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर तीन माह के लिए शुरू किया जा रहा है. योजना के तहत 27 रुपए 50 पैसे प्रति किलो की दर पर भारत आटा और 29 रुपए प्रति किलो की दर पर भारत चावल बेचा जाएगा. इसके लिए रेलवे बोर्ड ने सभी जोन को पत्र लिखा है और प्लेटफॉर्म में इसके लिए वैन खड़ी करने जगह देने को कहा है. वहीं, 3 महीने की अवधि के दौरान कार्यान्वयन एजेंसी की योग्यता में कोई बदलाव की अनुमति नहीं दी जाएगी. स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में मोबाइल वैन लगाने की जगह डीआरएम की मंजूरी से डिवीजन द्वारा की जा सकती है.
यह सुनिश्चित किया जाए कि सर्कुलेटिंग एरिया में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर किसी तरह की बाधा न हो. हर स्टेशन केवल एक मोबाइल वैन की अनुमति होगी. भीड़ प्रबंधन की जिम्मेदारी मोबाइल वैन ऑपरेटर और स्टेशन अधिकारी की होगी.
मोबाइल वैन के जरिए भारत आटा और भारत चावल बेचा जाएगा. इस पायलट प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य योजना के तहत किफायती खाद्यान्न आम लोगों तक पहुंचाना है. वैन से किसी तरह कोई लाइसेंस शुल्क या अन्य शुल्क नहीं लिया जाएगा. PCCM को इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है.