खैरागढ़ में राज परिवार के बीच चल रहे संपत्ति विवाद के बीच दिवंगत विधायक राजा देवव्रत सिंह की दूसरी पत्नी रानी विभा सिंह ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने छुईखदान थाने के टीआई जितेंद्र बंजारे पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया है.
विभा सिंह ने कहा है कि टीआई ने मेरे केयरटेकर को पैलेस के बाड़े में जाने नहीं दिया. टीआई ने केस में फंसाने की धमकी दी है. सिंह ने कहा- जिस बाड़े में कृषि उपकरण रखे गए हैं, वहां ताला लगा दिया गया है. साथ ही खेती-किसानी करने से भी रोका जा रहा है.
रानी विभा सिंह के मुताबिक, उदयपुर पैलेस के गेट को सील किया गया है ना कि पैलेस के बाहर के स्थान को, अगर मेरे निजी वाहन को कोई क्षति पहुंचाता है या किसी प्रकार की दुर्घटना होती है चो क्या पुलिस इसकी जिम्मेदारी लेगी. सिंह ने जितेंद्र बंजारे पर पैसे देने वालों के लिए काम करने का आरोप लगाया है.
रानी विभा सिंह ने छुईखदान थाने में शिकायत की है कि, विभा सिंह के नाम पर जमीन के साथ-साथ कृषि कार्यों में उपयोग किये जाने वाले कुछ कृषि यंत्र और वाहन हैं. जिसे बाड़े से निकालने से रोका जा रहा है. जबकि एक-दो दिन पहले की यह वाहन खैरागढ़ में थे. उन्होंने अपनी संपत्ति की सुरक्षा की मांग की है.
राजनांदगांव के पूर्व सांसद और राजा देवव्रत सिंह का नवंबर 2021 में निधन हो गया था. निधन के बाद से उनकी पहली पत्नी पदमा सिंह और विभा सिंह के बीच संपत्ति को लेकर विवाद चलता ही आ रहा है.
देवव्रत सिंह और उनकी पत्नी पद्मा सिंह के बीच सितंबर 2016 में तलाक हो गया था. पत्नी से अलग होने के लिए देवव्रत को तकरीबन ₹11 करोड़ चुकाने पड़े थे. लेकिन देवव्रत के निधन के बाद अचानक संपत्ति विवाद सामने आया. इसे देखते हुए विभा सिंह ने प्रशासन से सील करने अपील की थी. जहां पर पहले उदयपुर पैलेस फिर खैरागढ़ स्थित कमल विलास पैलेस दोनों को सील कर दिया था.
ये वही उदयपुर है जहां पिछले साल रानी विभा सिंह पर स्थानीय असामाजिक तत्वों और गुंडों ने जानलेवा हमला किया था. फिलहाल बलवा कांड पर भी आज तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. हाईकोर्ट ने भी उन्हें सुरक्षा देने के निर्देश दिए थे.