दंतेवाड़ा-बचेली मार्ग करीब 11 घंटे बाद खुल गया है. NMDC के विरोध में मंगलवार दोपहर लगभग 2 बजे से सैकड़ों ग्रामीणों ने चक्का जाम कर रखा था. जिसके बाद से प्रशासन की टीम लगातार ग्रामीणों को मनाने जुटी रही. देर रात 11 से 12 बजे के प्रशासन ने जन सुनवाई को शून्य घोषित किया और लिखित में दिया. इसके बाद ग्रामीण माने और वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है.
दरअसल, बैलाडीला की डिपॉजिट नंबर 4 में प्लांट खुलना है. इस प्लांट का 10 से ज्यादा ग्राम पंचायत के ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. इसी मामले को लेकर मंगलवार को भांसी में जन सुनवाई का भी आयोजन किया गया था. जिसमें भांसी, गमावाड़ा, नेरली, धुरली समेत अन्य ग्राम पंचायत के सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हुए थे. बातचीत में हल नहीं निकला तो गांव वाले सड़क पर उतर गए और चक्का जाम कर दिया था.
दोपहर करीब 2 बजे गांव वाले सड़क पर बैठ गए थे. रात 11 से 12 बजे तक दंतेवाड़ा से बचेली मार्ग बंद था. दोनों तरफ से वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी. ग्रामीणों की मांग थी कि इस जन सुनवाई को शून्य घोषित किया जाए. प्रशासन हमें लिखित में दे. इसी बात पर अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच बात नहीं बन पा रही थी. ग्रामीण सड़क से उठने नहीं मान रहे थे. फिर रात करीब 11 से 12 बजे के बीच ग्रामीणों और प्रशासन के बीच सहमति बनी.
इलाके के ग्रामीणों ने कहा कि यदि प्लांट खुलता है तो हजारों पेड़ों की बलि दी जाएगी. पर्यावरण को नुकसान होगा, प्रदूषण होगा और परेशानी बढ़ेगी. जंगली जानवरों को नुकसान होगा. प्लांट खुलने से भांसी, धुरली, गमावाड़ा समेत अन्य गांव के लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा. पहाड़ और जंगल में हमारी आस्था है. इसे बचाने हम खून दे देंगे, लेकिन जमीन नहीं देंगे.