छत्तीसगढ़ में रेलवे ने वंदेभारत एक्सप्रेस को बंद करने का फैसला तीन दिन में ही वापस ले लिया है. वंदे भारत के रैक की जगह तेजस के रैक के साथ 14, 15 और 16 जून को ये ट्रेन चली. रेलवे ने बिलासपुर से नागपुर के बीच तेजस की जगह दोबारा वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का फैसला किया है. आज बुधवार, 17 मई से चलेगी. अंतर यह होगा कि 16 बोगियों की वंदेभारत अब केवल 8 बोगियों से साथ चलाई जाएगी. जानकारों के मुताबिक ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि ट्रेन खाली नहीं चले.
रेलवे ने 3 दिन रोककर फिर शुरू की जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के एक्जीक्यूटिव और चेयरकार में कटौती कर दी है. छत्तीसगढ़ में वंदे भारत एक्सप्रेस 11 नवंबर को शुरू हुई थी. तब से 13 मई तक ट्रेन चली, लेकिन रेलवे ने ही अपने विश्लेषण में पाया कि ट्रेन को औसतन 65% यात्री ही मिल रहे थे, बाकी 35% ट्रेन खाली जा रही थी.
दरअसल, टिकट महंगे होने की वजह से यात्री इसमें रुचि कम ले रहे था. दूसरा, बिलासपुर से नागपुर लगभग इतने ही समय में दूरंतो भी पहुंचा रही थी, लेकिन उसका किराया बहुत कम था. इसलिए वंदे भारत के यात्री कम ही थे. इसी वजह से रेलवे ने बोगियां ही आधी कर दीं, ताकि ट्रेन खाली नहीं चले. नए रैक में सिर्फ 1 एग्जीक्यूटिव क्लास तथा 7 चेयर कार रहेंगी.
रेलवे ने वंदे भारत की जगह तीन दिन तक तेजस एक्सप्रेस चलाई, लेकिन छत्तीसगढ़ में इसे भी पर्याप्त यात्री नहीं मिले. रेलवे ने मंगलवार से तेजस को बंद कर बुधवार से वंदे भारत चलाने का निर्णय लिया है. वंदे भारत एक्सप्रेस के चलने से यात्रियों की जेब पर तो असर पड़ेगा, लेकिन यात्रा आसान होगी क्योंकि रायपुर से सिर्फ 4 घंटे 12 मिनट में नागपुर पहुंचा जा सकेगा, जिसमें अभी औसतन साढ़े 5 से 6 घंटे लगते हैं.
इस ट्रेन की खासियत है कि सभी कोच ऑटोमेटिक डोर वाले हैं. मनोरंजन के लिए ऑन-बोर्ड हॉटस्पॉट वाई-फाई, सभी शौचालय बायो-वैक्यूम प्रकार के हैं. प्रत्येक कोच में गर्म भोजन, गर्म और ठंडे पेय पदार्थ परोसने की सुविधा के साथ पेंट्री है. प्रत्येक कोच में यात्री सूचना और इंफोटेनमेंट प्रदान करने वाले स्क्रीन लगे हैं. एक्जीक्यूटिव कारों की सीट 180 डिग्री तक घूम जाती है.