छत्तीसगढ़ राजधानी रायपुर में चार दिन तक चलने वाले पुस्तक मेला “ड्रीम बुक फेयर” की शुरुआत गुरूवार को सुबह 11 बजे से हुई. मेला किताबों से ठीक से सजा भी नहीं था कि लोगों की एकाएक भीड़ से पूरा हॉल भर गया. देखते ही देखते हजारों किताबें लोग अपने साथ घर लेकर चले गए. अपनी मनपसंद किताबें खरीदने के लिए पुस्तक मेले में शुरुआत से अंतिम समय रात 8 बजे तक हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. 5 वर्ष से लेकर 70 वर्ष तक के बच्चे, युवा, वृद्ध, महिला, पुरूष सभी वर्ग के लोगों ने किलो के हिसाब से चार से पांच किलों तक किताबें खरीदी.
30 जुलाई तक चलने वाले इस आयोजन में 20 से अधिक शैलियों की तीन लाख से अधिक किताबे बिक्री के लिए उपलब्ध है. इसमें लोकप्रिय लेखक जैसे जेके राउलिंग, डैन ब्राउन, स्टीफन किंग, डेनिएल स्टील, जेफरी आर्चर, जार्ज आर मार्टिन, जोजो मोयेस, सेल्फ हेल्प किताबें, मंगा, हिंदी किताबें और कई भारतीय लेखकों की किताबें भी हैं. मेले में बच्चों के लिए कला, फोटोग्राफी, विज्ञान से संबंधित किताबें है जो प्रति किलोग्राम के आधार पर उपलब्ध है. बुक फेयर में बच्चों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक, हर केटेगरी मसलन- रहस्य, स्व-सहायता, रोमांस, फिक्शन या नॉन-फिक्शन में सभी के लिए किताबें हैं.
पुस्तक मेला “ड्रीम बुक फेयर” की खास बात यह है कि इसमें आपको किसी एक किताब के रुपयों के हिसाब से पैसा नहीं देना पड़ता, बल्कि किलों के हिसाब से एक किग्रा या दो किलो में जितनी भी किताबें वजन के अंदर तो वजन के हिसाब से पैसा देना होगा. दिल्ली से आए आयोजक राहुल भारद्वाज ने बताया कि एक किलो किताब की कीमत मात्र ₹400 है. कुछ किताबे ऐसी भी है जिनकी कीमत 60, 80, 150 रुपये आदि निर्धारित है. इसमें आप किसी भी लेखक, शैली और भाषा की किताबें खरीद सकते हैं.
उन्होंने सस्ती कीमत में किताबें उपलब्ध कराने को लेकर बताया कि हमारा उद्देश्य सभी लोगों तक कम कीमत में सभी प्रकार कि किताबें पहुंचाना है. कुछ जगह होती है जहां पाठकों को विदेशी लेखकों की पसंदीदा किताबें बाजार में नहीं मिल पाती, मिलती है तो मंहगी होती है. जितने भी विदेशी लेखक है उनकी किताबों का कलेक्शन लंदन से लाया गया है. उन्होंने बताया कि उनका यह आयोजन “ड्रीम बुक फेयर” रायपुर में चौथी बार है. पुस्तक मेला जेल रोड स्थित होटल महेंद्र में सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक 30 जुलाई तक रोज जारी रहेगी.