रायपुर में गौ तस्करी रोकने और गौ वंश तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर एक गौसेवक ने दंडवत यात्रा निकाली. सिध्दार्थ चौक से रायपुर आई जी ऑफिस तक वह कदम-कदम पर नारियल पकड़कर सड़क पर दंडवत होता रहा. उसका कहना है कि अगर सही जांच हो तो इसके पीछे करोड़ों का खुलासा हो सकता है.
यात्रा दौरान उनके साथी सड़क पर फ्लैक्स लिए गौ तस्करी रोकने का नारा लगाते रहे. युवक ओमेश बिसेन ने बताया कि कुछ दिन पहले आमानाका में गौ तस्करी करते ट्रक पकड़ाया था जिसका मुख्य आरोपी अभी भी फरार है. इस पूरे तस्करी के मामले में मनोज जंघेल और हरी साहू को भी पुलिस ने जाने अनजाने में छोड़ दिया. उस ट्रक के वही मुख्य आरोपी थे.
ओमेश बिसेनका कहना है कि, छत्तीसगढ़ में बडे़ पैमाने पर गौ तस्करी हो रही है. इसे रोकने के लिए सरकार जितनी जिम्मेदारी है, उतना ही आम लोगों की जिम्मेदारी है. जनता गौवंश को बाहर छोड़ देती है. पुलिस सिर्फ कार्रवाई करती है. लेकिन उनके रिकॉर्ड नहीं खंगालती है कि इसके पीछे कौन-कौन शामिल है. अगर इस पूरे मामले में पुलिस अच्छे से जांच करें तो करोड़ों रुपए का लेनदेन का मामला सामने आएगा. तस्करी के माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.
ओमेश बिसेन ने बताया कि आरोपी मनोज जंघेल के गौ तस्करी करने वाले लोगो के संबंध है. अंतरराज्यीय गैंग को लोग जिनमें विवेक तिवारी, विक्की भारती, छन्नू गिरी गोस्वामी, संजय तस्कर, इम्ब्राहिम, इकबाल, हैदराबाद और उत्तर प्रदेश जैसे बहुत से तस्करों के साथ संपर्क है.
अगर इनके कॉल डिटेल, वॉट्सऐप चैटिंग निकाले जाए तो बड़े पैसों का लेनदेन की जानकारी निकल सकती है. छत्तीसगढ़ में एक बड़ा गैंग तस्करी कर रहा है. जिनके नाम मैं बता रहा हूं अगर पुलिस सख्ती से पूछताछ करें तो इस बड़े गैंग का खुलासा हो जाएगा.
ओमेश ने बताया कि वे अपनी बात जिम्मेदारों तक पहुंचाने और इस घटना का विरोध करने के लिए उसने दंडवत यात्रा निकाली है. अगर हमारी मांग को नही सुना जाएगा तो हम उच्च अधिकारियों के पास जाएंगे और यह यात्रा दंडवत ही होगी.