टिकरापारा थाना इलाके के कृष्णा नगर में चार्जिंग के दौरान ओला स्कूटर की बैटरी में ब्लास्ट हो गया. बुधवार तड़के की इस घटना में घर पर 7 लोग मौजूद थे, जिनमें से 3 लोग झुलस गए. वहीं तेजी से आग ने दो मंजिला बिल्डिंग को चपेट में ले लिया. जिससे खिड़की, दरवाजे और कई सामान जलकर खाक हो गए. मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया लिया है.
मौके पर पहुंची 112 की टीम के आरक्षक और चालक ने फायर ब्रिगेड की टीम के साथ मिलकर लोगों को घर से बाहर निकालने में मदद कर उन्हें अस्पताल पहुंचाया. हालांकि घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है.
कृष्णा नगर में 38 साल के डॉ. फैजान का दो मंजिला मकान है. वे अपने परिवार के साथ रहते हैं. उन्होंने बताया कि रात करीब 1:30 बजे के आसपास ओला स्कूटर को चार्जिंग में लगाकर परिवार के लोग सोने चले गए. घर के आंगन में 3 और दोपहिया गाड़ियां खड़ी थी. तभी अचानक सुबह 5:30 बजे के आसपास ओला स्कूटर की बैटरी में ब्लास्ट हो गया. इससे आग पूरी गाड़ी में फैल गई.
ओला स्कूटर के बगल में 3 दोपहिया वाहन भी खड़ी थी. आग तेजी से फैलने के बाद बाकी गाड़ियों में भी लग गई. आग फैलते हुए घर के निचले और ऊपरी मंजिल के कमरों के दरवाजों तक पहुंच गई. तभी कमरे के अंदर सो रहे लोगों की नींद खुली. तब तक आग चारों तरफ फैल चुकी थी.
पीड़ित डॉ. फैजान ने बताया कि आग घर के मेन गेट में लगी थी. मैं और मेरी पत्नी दूसरे मंजिल में सो रहे थे. माता-पिता और बहन पहली मंजिल में थे. नीचे आग लगने की वजह से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था. चारों तरफ धुआं भर जाने से हमारा दम घुटने लगा. आग की लपटें इतनी तेज थी कि कुछ नजर नहीं आ रहा था. सभी लोग छत और घर की बालकनी के सहारे सीढ़ियों से बाहर निकले.
इस घटना में फैजान खान, उनकी पत्नी यास्मीन खान और मां के हाथों और पैर में चोटें आई हैं. घर के अन्य मेंबर्स का धुएं में फंसे होने की वजह से उन्हें भी तकलीफें हुईं. उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया. सभी की हालत खतरे से बाहर है. मौके पर पहुंची 112 के कॉन्स्टेबल त्रिलोकी कोसले और चालक धनेश्वर साहू ने फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों के साथ मिलकर परिवार को अस्पताल में भर्ती किया है.
बताया जा रहा है कि आगजनी की घटना के बाद फायर ब्रिगेड जब मौके पर पहुंची तो गली में लोगों की कार खड़ी थी. जिस वजह से गाड़ी घर के करीब तक नहीं पहुंच पाई. घर से करीब 200 फीट दूर फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने गाड़ी को खड़ा किया. फिर पाइप बिछाकर उन्होंने पानी डालकर आग पर काबू पाया गया.